59 साल की उम्र में शुरू की सब्जियों की खेती, अब 15 लाख रुपए है सलाना आमदनी
पटना
हुनर और मेहनत का एक साथ होना, हर मुश्किल को आसानी से पार कर सकता है। इस सिद्धांत को साकार करते हुए, सुपौल जिले के सदर प्रखंड में रहने वाले 59 वर्षीय किसान उमेश मेहता ने अपने जीवन की नई शुरुआत करके दिखाया है और बताया है कि हुनर किसी डिग्री की मोहताज नहीं होता।
उमेश मेहता, जो केवल आठवीं तक पढ़े हैं, ने अपनी जमीन में की मदद से बेहतर खेती की शुरुआत की। उन्होंने पटना, हरियाणा, और अन्य स्थानों पर ट्रेनिंग लेकर अपनी कृषि तकनीकों को सुधारा और सब्जियों की खेती में कुशलता प्राप्त की। इसके परिणामस्वरूप, उमेश ने मात्र दो वर्षों में अपनी सालाना आमदनी को 15 लाख रुपए तक बढ़ाया है।
उन्होंने 16 एकड़ जमीन में फूल गोभी, पत्ता गोभी, और मिर्च की खेती की है, जिससे वह विभिन्न शहरों की मंडियों में अपनी फसलें बेचते हैं। उमेश मेहता ने बताया कि वे अपनी फसलें बेचने के लिए किसी एक मंडी पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि वह वहां बेचते हैं जहां मंडी में तेजी रहती है। इससे उन्हें सुपौल, सहरसा, सिंहेश्वर, फारबिसगंज, और दरभंगा तक की मंडियों में अपनी सब्जियों को बेचने का अवसर मिलता है। उमेश मेहता की इस सफलता की कहानी ने बड़ी संख्या में किसानों को प्रेरित किया है, और वह आशा है कि और लोग भी उनकी तरह हुनर और मेहनत से खेती में सफलता प्राप्त करेंगे।