संसद में प्रतिपदा की छुट्टी पर भड़के सपा सांसद, बोले- एक समुदाय को खुश करने के लिए फैसला
नई दिल्ली
लोकसभा में सपा के नेता एसटी हसन अपने विवादित बयानों की वजह से अकसर चर्चा में रहते हैं। अब उन्होंने संसद में प्रतिपदा की छुट्टी का विरोध किया है और कहा है कि यह एक समुदाय को खुश करने के लिए किया गया है। मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन ने कहा, दोनों ही सदनों की कार्यवाही कुछ त्योहारों की वजह से रोक दी गई। पहले से ही सदन ठीक से नहीं चल पा रहा था। यह फैसला एक समुदाय को खुश करने के लिए किया गया है। बता दें कि 21 मार्च को दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित की गई है। 22 मार्च को नवरात्रि शुरू हो रही है इसलिए प्रतिपदा की छुट्टी है। 23 मार्च को 11 बजे से दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होगी।
बता दें कि एसटी हसन ने शारदीय नवरात्रि के वक्त गरबा के आयोजन कार्यक्रम को लेकर भी सवाल उठाए थे। 60 विदेशी मेहमानों को बुलाए जाने पर उन्होंने सवाल उठाए थेऔर कहा था कि ऐसे धार्मिक आयोजन क्यों किए जाते हैं। इनसे बचान चाहिए। उन्होंने गरबा पांडाल में मुस्लिमों के प्रवेश पर कथित रोक पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि 60 अलग-अलग देशों के राजदूतों को बुलाया गया है। आखिर हम उनके सामने अपनी बहन-बेटियों की नुमाइश क्यों कर रहे हैं।
सपा सांसद ने महाराष्ट्र सरकार के उस फैसले का भी विरोध किया था जिसमें कहा गया था कि सरकारी विभागों में फोन उठाने के बाद हेलो की जगह पर वंदे मातरम कहा जाए। हसन ने कहा था कि इस्लाम में अल्लाह के अलावा किसी भी और की इबादत करने की इजाजत नहीं है। मुसलमान अल्लाह के अलावा किसी की इबादत नहीं कर सकते। मुसलमान जमीन की भी पूजा नहीं कर सकते क्योंकि ये चीजें अल्लाह ने हमारे इस्तेमाल के लिए बनाई हैं, ये अल्लाह नहीं हैं।