कृष्णा गौर को पहली बार मंत्री बनाए जाने पर समाजसेवियों ने प्रसन्नता व्यक्त की
हर्ष व्यक्तकर समाजसेवियों ने मिठाइयां बांटी
भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (स्वर्गीय) बाबूलाल गौर की पुत्रवधू कृष्णा गौर अपने ससुर की विरासत को बखूबी आगे बढ़ा रही हैं। वह लगातार दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने भोपाल के गोविंदपुरा क्षेत्र से पहली बार चुनाव वर्ष-2018 मे लड़ी कृष्णा गौर रिकार्ड एक लाख छह हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज कर विधानसभा में पहुंची हैं। इसका लाभ कृष्णा गौर को मिला है।
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें मंत्री बनाया है। महिला मतदाताओं की चहेती उन्होंने गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं के बीच अच्छी पकड़ बनाई है। भेल कालेज का निर्माण हो या फिर आनंद नगर में अस्पताल का निर्माण कराने सहित सड़क, स्ट्रीट लाइट, पार्कों का निर्माण उन्होंने विधायक रहते हुए कराया। मतदाताओं के बीच बेहतर पैठ होने से उन्होंने ने रिकार्ड तोड़ जीत दर्ज की है। इससे पहले वर्ष-2009 से 2014 तक भोपाल की महापौर रहीं। 2005 में मप्र राज्य पर्यटन निगम की अध्यक्ष रही मंत्री जी बनाए जाने पर समाजसेवियों ने प्रसन्नता व्यक्त की एवं मिठाइयां बांटी हर्ष व्यक्त करने वालों में प्रमुख रूप से तरुणेन्द्र मिश्रा उर्फ (लाला राल्ही) युवा समाजसेवी, जिवेन्द्र मिश्रा,अवधेश तिवारी, वीरू राल्ही आदि कार्यकर्ताओं में प्रसन्नता व्यक्ति की।