सरगुजा.
छत्तीसगढ़ में चुनाव आयोग द्वारा तिथि निर्धारित करने के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है। भाजपा ने अपने अधिकांश सीटों से प्रत्याशी घोषित कर चुनावी प्रचार में जुट चुकी है। वहीं, कांग्रेस से प्रत्याशियों की लिस्ट आना बाकी है। इसी बीच खबर आ रही है कि प्रदेश का सबसे छोटे मतदान केंद्र भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के शेराडांड़ को बनाया गया है।
आविभाजित सरगुजा के विभाजन के बाद कोरिया के दो विधानसभा का वर्ष 2008 में नए सिरे से परिसीमन के बाद नया विधानसभा सीट भरतपुर-सोनहत अस्तित्व में आया था। उस समय यहां के शेराडांड़ को पहली बार मतदान केंद्र बनाया गया था। वर्ष 2008 में यहां सिर्फ दो मतदाता थे। जबकि विधानसभा चुनाव 2013 में तीन, 2018 में चार थे, इस विधानसभा चुनाव में पांच मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान के लिए यहां भी पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाता रहा है। 15 साल बाद यहां मतदान केंद्र झोपड़ी नहीं, बल्कि गांव में बने पक्के के देवगुड़ी भवन में कराने की तैयारी शासन ने की है।
कोरिया जिला के वनांचल विकासखंड सोनहत के ग्राम पंचायत चंदहा का आश्रित ग्राम शेराडांड़ है, जो जिला मुख्यालय कोरिया से करीब 75 किलोमीटर और ग्राम पंचायत मुख्यालय चंदहा से करीब पांच किमी दूर सुदृढ़ इलाके में जंगल के बीच बसा हुआ है। पोलिंग पार्टी को यहां पहुंचने के लिए उबड़-खाबड़, पगडंडी रास्ते होते हुए मुडक़ी नदी को पार कर जंगल-पहाड़ के बीच से गुजरना पड़ता है। इसके बाद अस्थायी मतदान केंद्र में वोटिंग कराई जाती है।
पोलिंग पार्टी सुबह सात से शाम पांच बजे तक बैठा रहता है। हालांकि हर साल लोकसभा, विधानसभा, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में यहां 100 फीसदी मतदान होता है। पोलिंग पार्टी शेराडांड़ मतदान केंद्र में पहुंचने के लिए ट्रैक्टर जैसे वाहन का सहारा लेती हैं। इसके बाद यहां के मतदाता अपने मतों का उपयोग कर पाते हैं। वहीं, कोरिया जिले में शेराडांड़ की तरह इसी प्रकार दूसरा मतदान केंद्र कांटो है, जहां सिर्फ 12 मतदाता हैं। जिसमें सात पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं।