सीता सोरेन ने सीएम पद पर ठोका दावा, कहा- हेमंत हटे तो मेरा हक
रांची
झारखंड की सियासत में बुधवार का दिन बेहद अहम है। कथित जमीन घोटाले में घिरे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आज प्रवर्तन निदेशालय से आमना-सामना है। सोमवार को मुख्यमंत्री के दिल्ली आवास पर ईडी की छापेमारी और करीब 40 घंटे तक सीएम के 'लापता' होने के बाद सियासी पारा तेज हो गया है। ईडी का दावा है कि सोरेन के घर से छापेमारी के दौरान 36 लाख रुपए कैश भी बरामद किया गया है। ईडी के दावे के बाद सोरेन की गिरफ्तारी की आशंका भी जताई जा रही है।
सोरेन CM की कुर्सी से हटे तो पहला दावा मेरा: सीता
जामा से विधायक और हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने सीएम पद पर दावा ठोक दिया है। उन्होंने कहा है कि हेमंत सोरेन कुर्सी से हटे तो पहला दावा मेरा। कल्पना सोरेन सीएम के रूप में स्वीकार नहीं।
विधायकों की बैठक में नहीं पहुंचीं सीता
हेमंत सोरेन ने मंगलवार को गठबंधन दलों के विधायकों की बैठक बुलाई थी। हालांकि, इसमें उनकी बड़ी भाभी सीता सोरेन नहीं पहुंची। कुछ अन्य विधायक भी मीटिंग से दूर रहे। विधायकों की गैरमौजूदगी को उनकी नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार दोपहर और फिर देर शाम गठबंधन दलों के विधायकों के साथ बैठक की। विधायकों की बैठक में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं। माना जा रहा है कि विषम परिस्थिति उत्पन्न होने पर हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना को सीएम बना सकते हैं। हालांकि, ऐसा करना उनके लिए आसान नहीं होगा। हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन कल्पना के नाम पर सहमत नहीं हैं। ऐसे में एक तरफ हेमंत सोरेन को गिरफ्तारी की आशंका सता रही है तो दूसरी तरफ उन्हें परिवार में ही बगावत का भी डर है।
सीएम आवास के पास सुरक्षा बेहद सख्त
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी दूसरी बार मुख्यमंत्री आवास आज दोपहर 1 बजे पहुचेंगे। इसके मद्देनजर सीएम आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बुधवार सुबह से ही सुरक्षाकर्मी आवास के बाहर तैनात हैं।
कल्पना के नाम पर सहमत नहीं सीता
हेमंत सोरेन को विधायकों ने जरूरत पड़ने पर नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए अधिकृत किया है। माना जा रहा है कि गिरफ्तारी की सूरत में हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बना सकते हैं। हालांकि, हेमंत सोरेन की बड़ी भाभी सीता सोरेन ने कल्पना का विरोध किया है। वह कल्पना को नेता मानने को तैयार नहीं हैं।