सिंधु, प्रणॉय बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में करेंगे भारतीय टीम का नेतृत्व
सिंधु, प्रणॉय बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में करेंगे भारतीय टीम का नेतृत्व
नई दिल्ली
डबल ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु और एचएस प्रणय बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप 2024 में भारतीय चुनौती का नेतृत्व करेंगे। यह टूर्नामेंट 13-19 फरवरी तक मलेशिया के शाह आलम में आयोजित किया जाएगा।
2024 पेरिस ओलंपिक की दौड़ में मूल्यवान योग्यता अंक हासिल करने के लिए भारतीय शटलरों के लिए प्रतिष्ठित टीम इवेंट महत्वपूर्ण होगा। 16 वर्षीय वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियन अनमोल खरब, बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप पदक विजेता तन्वी शर्मा और अश्मिता चालिहा महिला एकल वर्ग में पूर्व विश्व चैंपियन को बैकअप प्रदान करेंगी।
बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव संजय मिश्रा ने कहा, “ओलंपिक खेल कुछ महीने दूर हैं, पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन को देखते हुए यह हमारे शटलरों के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक है। हमने टीम इंडिया के लिए कॉल-अप के साथ-साथ वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियनों को भी पुरस्कृत किया है। ये बहुत मजबूत भारतीय पक्ष है, जो हर स्तर तक जाने में सक्षम हैं और मुझे यकीन है कि वे प्रतिष्ठित टीम इवेंट में इतिहास रचेंगे।''
त्रिसा जॉली-गायत्री गोपीचंद, जिन्होंने पिछले साल दुबई में बैडमिंटन एशिया मिश्रित टीम चैंपियनशिप 2023 में भारतीय टीम को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाने में मदद की थी, महिला युगल में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
शेष दो जोड़ियों में उभरती जोड़ी और योनेक्स-सनराइज गुवाहाटी मास्टर्स 2023 चैंपियन अश्विनी पोनप्पा-तनिषा क्रैस्टो के साथ-साथ मौजूदा वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियन प्रिया देवी कोन्जेंगबाम-श्रुति मिश्रा शामिल हैं।
दूसरी ओर, प्रणय, जिन्होंने अपना पहला बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप पदक और मलेशिया मास्टर्स 2023 में बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर खिताब भी जीता, पुरुष टीम का नेतृत्व करेंगे।
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता लक्ष्य सेन, पूर्व विश्व नंबर 1 किदांबी श्रीकांत और हाल ही में वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियन बने चिराग सेन, प्रणय का साथ देंगे।
2023 में छह खिताब जीतने के बाद, जिसमें एशियाई खेल, एशियाई चैंपियनशिप, इंडोनेशिया ओपन 2023, शामिल है, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी पुरुष युगल की जिम्मेदारी संभालेंगे।
पूर्व विश्व नंबर 1 जोड़ी को प्रभावशाली वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियन जोड़ी सूरज गोला-पृथ्वी रॉय और ध्रुव कपिला-अर्जुन एम.आर. का समर्थन मिलेगा।
भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले टीम स्पर्धा के 2016 और 2018 संस्करण में कांस्य पदक जीता था।
भारतीय दल इस प्रकार है-
पुरुष टीम-एचएस प्रणय, लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत, चिराग सेन, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी, ध्रुव कपिला, एम.आर. अर्जुन, सूरज गोला, पृथ्वी रॉय।
महिला टीम- पीवी सिंधु, अनमोल खरब, तन्वी शर्मा, अश्मिता चालिहा, त्रिसा जॉली, गायत्री गोपीचंद, अश्विनी पोनप्पा, तनीषा क्रैस्टो, प्रिया देवी कोन्जेंगबम, श्रुति मिश्रा।
क्रिस्टी को हराकर श्रीकांत मलेशिया ओपन के दूसरे दौर में
कुआलालंपुर
भारत के किदांबी श्रीकांत ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए यहां दुनिया के पांचवें नंबर के खिलाड़ी इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को कड़े मुकाबले में हराकर मलेशिया ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बनाई।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर के 30 साल के श्रीकांत ने एक घंटा और पांच मिनट चले पहले दौर के मुकाबले में छठे वरीय क्रिस्टी को 12-21 21-18 21-16 से हराया। दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत अगले दौर में हांगकांग के एनजी का लोंग एंगस से भिड़ेंगे।
विश्व चैंपियनशिप 2021 के रजत पदक विजेता श्रीकांत आम तौर पर तीन गेम के मुकाबले के दबाव को झेलने में नाकाम रहे हैं लेकिन मंगलवार को पहला गेम गंवाने के बावजूद उन्होंने धैर्य बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की।
इंडोनेशिया के खिलाड़ी के खिलाफ श्रीकांत ने कुछ बेहतरीन मैच खेले हैं। उन्होंने क्रिस्टी के खिलाफ 11 में से छह मुकाबलों में जीत दर्ज की है।
नए सत्र का पहला मुकाबला खेल रहे श्रीकांत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वह जल्द ही 4-7 से पिछड़ गए। श्रीकांत ने 8-7 की बढ़त बनाई लेकिन क्रिस्टी ने लगातार नौ अंक जीतने के बाद पहला गेम आसानी से अपने नाम किया।
कोच के रूप में पारूपल्ली कश्यप की मौजूदगी में दूसरे गेम में श्रीकांत ने 4-0 की बढ़त बनाई लेकिन क्रिस्टी 11-7 और फिर 17-14 से बढ़त बनाने में सफल रहे। श्रीकांत ने हालांकि अगले आठ में से सात अंक जीतकर मुकाबला 1-1 से बराबर कर दिया।
निर्णायक मुकाबले में श्रीकांत ने एक बार फिर खराब शुरुआत की। क्रिस्टी ने 5-0 की बढ़त बनाई और फिर इसे 14-9 तक पहुंचाया।
श्रीकांत ने हालांकि इसके बाद क्रिस्टी की गलतियों का फायदा उठाकर जोरदार वापसी की और लगातार सात अंक के साथ 16-14 की बढ़त बना ली और फिर आसानी से गेम और मैच जीत लिया।
रुद्रांक्ष और मेहुली ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में भारत के लिए पांचवां स्वर्ण पदक जीता
जकार्ता
रुद्रांक्ष पाटिल और मेहुली घोष की जोड़ी ने यहां 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा जीतकर भारत को निशानेबाजी एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया।
भारतीय जोड़ी ने फाइनल में शेन युफान और झू मिंगशुआई की चीन की जोड़ी को 16-10 से हराया।
रुद्रांक्ष और मेहुली की जोड़ी क्वालीफिकेशन में कुल 631.3 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। युफान और मिंगशुआई ने 632.3 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था।
रिदम सांगवान और अर्जुन सिंह चीमा की जोड़ी ने भी 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना थू विन्ह ट्रिनह और कुआंग हुइ फाम की वियतनाम की जोड़ी से होगा।
रिदम और अर्जुन की जोड़ी क्वालीफिकेशन में 582 अंक के साथ शीर्ष पर रही थी। वियतनाम की जोड़ी ने 580 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था।
सोमवार को युवा निशानेबाजों वरूण तोमर और ईशा सिंह ने पुरुष और महिला 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतते हुए भारत के लिए दो ओलंपिक कोटा हासिल किए थे। ये दोनों स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की क्रमश: पुरुष और महिला टीम का भी हिस्सा थे।
इन दोनों के क्वालीफाई करने के साथ पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय निशानेबाजों की संख्या 15 हो गई है जो तोक्यो खेलों में देश के सबसे बड़े निशानेबाजी दल की बराबरी है।