शुभमन गिल ने टेस्ट करियर में नंबर-3 पर पहला शतक जड़ा
नई दिल्ली
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में शतक जड़ ना सिर्फ फॉर्म में वापसी की है, बल्कि भारत को मजबूत स्थिति में भी पहुंचा दिया है। उनके इस शतक के दम पर भारत की लीड 350 के पार हो चुकी है। गिल के टेस्ट करियर का यह तीसरा तो नंबर-3 पर पहला शतक है। जब से गिल ने ओपनिंग स्पॉट छोड़ नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था तब से उनके रनों पर लगाम लगी हुई थी, मगर अहम मौके पर उन्होंने फॉर्म हासिल कर बड़ी पारी खेली है। गिल ने यह शतक 129 गेंदों पर 11 चौकों और 2 छक्कों की मदद से पूरा किया।
इंडिया वर्सेस इंग्लैंड लाइव स्कोर यहां देखें
घरेलू सरजमीं पर किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा नंबर-3 पर यह शतक 7 साल बाद आया है। आखिरी बार 2017 में टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने नंबर-3 पर भारत में शतक जड़ा था। इसके बाद कोई भी बल्लेबाज इस नंबर पर सेंचुरी नहीं लगा पाया है। 2017 में नंबर-3 पर चेतेश्वर पुजारा द्वारा लगाए गए शतक के बाद पुजारा ने 22, शुभमन गिल ने 5, हनुमा विहारी ने 3 तो केएल राहुल और रविचंद्रन अश्विन ने 1-1 पारियां खेली है। गिल ने अपनी 5वीं पारी में शतक जड़ इस सूखे को भी खत्म किया।
शुभमन गिल ने इस शतक के साथ सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के स्पेशल क्लब में भी अपनी जगह बना ली है। वह 25 साल से कम की उम्र में 10 या उससे ज्यादा इंटरनेशनल शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बने हैं। सचिन ने यह कमाल 30 बार तो विराट कोहली ने 21 बार किया था।
30 – सचिन तेंदुलकर (273 पारी)
21 – विराट कोहली (163)
10-शुभमन गिल (99)
गिल का यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में तीसरा शतक है, वह रोहित शर्मा, विराट कोहली और मयंक अग्रवाल के बाद इस चैंपियनशिप में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं।
WTC में भारत के लिए सर्वाधिक शतक
7 – रोहित शर्मा
4-विराट कोहली
4 – मयंक अग्रवाल
3 – शुभमन गिल
3- केएल राहुल
3-ऋषभ पंत
3- अजिंक्य रहाणे
बात मुकाबले की करें तो, टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया ने पहली पारी में यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक के दम पर 396 रन बोर्ड पर लगाए थे। इस स्कोर के आगे इंग्लिश टीम पहली इनिंग में 253 रनों पर ढेर हो गई थी। इस दौरान जसप्रीत बुमराह ने 6 विकेट हॉल लिया था। भारत के पास पहली पारी में 143 रनों की बढ़त थी।