श्रावण सत्संग सनातन सेवा भगवान चमत्कारेश्वर महादेव को अति प्रिय: पंमोहितरामजी
श्रावण सत्संग सनातन सेवा भगवान चमत्कारेश्वर महादेव को अति प्रिय पंमोहितरामजी
सीहोर।
सावन का महीना भगवान शंकर का सत्संग सनातन की सेवा, संस्कृति की रक्षा, हर मानव के जीवन का एक लक्ष्य होना चाहिए और उसी लक्ष्य पर केंद्रित होकर वहां कार्य करता है। ऐसे ही हर सनातनी का लक्ष्य धर्म राष्ट्र की रक्षा करना है, यह शरीर भगवान शिव का दिया हुआ है। परमात्मा के लिए हाड मास के शरीर में जब तक एक भी सांस है सनातन धर्म और राष्ट्र की सेवा करते रहेंगे, सिद्धपुर की पावन नगरी में श्री चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर समिति के तत्वधान में चल रही सप्त दिवसीय श्री सावन शिव महापुराण कथा में कथाव्यास परम गौभक्त संत श्री पंडित मोहितरामजी पाठक ने कहे।
इस कलिकाल में संपूर्ण जीव किसी ना किसी दुख पीड़ा संकट से ग्रस्त हैं कोई तन से दुखी कोई मन से दुखी कोई धनविन रहे उदास मानव योनि में व्यक्ति नाना प्रकार के दुखों को भोग रहा है किंतु जो भगवान शिव की शरण में शिव कथा की शरण में आ जा जाता है उसे शिव की प्राप्ति होती है आगे कथा में वर्णन करते हुए कहा जो एक बार शिव की शरण में आ जाता है वहां शिवकृपा को प्राप्त कर लेता है एक बिल पत्र, एक लोटा जल, श्रद्धा के साथ एक फूल भी शिव को अर्पण करते हैं तो भगवान भोलेनाथ सभी भक्तों को अपने हृदय से लगा लेते हैं और अपनी शरण ग्रहण कराकर शिव धाम की प्राप्ति कराते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरे बाबा महाकाल मृत्यु लोक के कैलाश पर वास करते हैं। आज की कथा भाजपा के वरिष्ठ नेता सन्नी महाजन, सतनारायण बारिया पार्षद, आशीष गहलोत जिला पंचायत सदस्य श्री पटेल, श्री सिद्ध हनुमान मंदिर समिति श्री अग्रवाल महिला मंडल, श्री ताम्रकार महिला मंडल, गौरी शंकर व्यास ने गद्दी का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। दूर-दूर से श्रद्धालु गण पधारे जिसमें आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में माता-बहनें, भक्तगण उपस्थित हुए। साथ में आयोजन करता श्री चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री मनोहर राय ने बताया की कथा के 2 दिन शेष हैं और श्रावण के पवित्र महीने में सभी लोग कथा का परम लाभ प्राप्त करें। उन्होंने सभी भगवत प्रेमी श्रोता जनों का कथा में पधारने का आग्रह किया।