शिंदे सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक और बड़ा फैसला लिया, मुंबई एंट्री पर टोल टैक्स खत्म
मुंबई
महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक और बड़ा फैसला लिया है। राज्य में इस सप्ताह कभी भी चुनाव कराने का ऐलान हो सकता है। ऐसे में सीएम एकनाथ शिंदे और उनके सहयोगी उससे पहले जनता को लुभाने वाले फैसले लेने में जुटे हैं। इस बीच सोमवार को राज्य कैबिनेट ने मुंबई में एंट्री पर लगने वाले सारे टोल टैक्स खत्म कर दिए हैं। मुंबई में एंट्री के लिए कुल 5 रास्ते हैं, जिन पर टोल टैक्स लगता है। इन पर आज रात 12 बजे से कोई टोल नहीं लगेगा। यह फैसला छोटे वाहनों यानी बाइक, कार आदि के लिए है। कमर्शल वाहनों पर पहले की तरह टैक्स लगता रहेगा।
सरकार के इस फैसले से लाखों लोगों को फायदा होने की उम्मीद है। ऐसे में इसे चुनाव से ठीक पहले मास्टरस्ट्रोक की तरह देखा जा रहा है। इस निर्णय से मुंबई और आसपास के इलाकों में सरकार के पक्ष में माहौल बन सकता है। खुद सीएम एकनाथ शिंदे ठाणे से विधायक हैं। वह सीएम रहने से पहले कई बार मुंबई में एंट्री पर लगने वाले टोल के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं। महाराष्ट्र सड़क परिवहन निगम की ओर से बनाए गए 55 फ्लाईओवर्स के लिए 45 रुपये का टोल टैक्स चार्ज किया जाता है। इनका निर्माण 1995 से 1999 के दौरान हुआ था।
इस टोल टैक्स की वसूली कुल 5 स्थानों पर की जाती है। अब यहां टोल टैक्स आम यूजर्स पर नहीं लगेगा। मुलुंड चेक नाका, मुलुंड ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, एरोली नाका, दहीसार और मनखुर्द नाका पर टोल लगता रहा है। सड़क परिवहन निगम चाहता था कि यह टोल जारी रहे ताकि ठाणे क्रीक ब्रिज के निर्माण में आई लागत को वसूला जा सके, लेकिन सरकार ने टोल को तत्काल प्रभाव से खत्म करने का फैसला लिया है। बता दें कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से भी इसे लेकर आंदोलन किए जा चुके हैं। मनसे का कहना है कि टोल खत्म होना चाहिए।
मनसे का कहना रहा है कि इनसे इतनी वसूली हो चुकी है, जितनी लागत सड़कों और फ्लाईओवर के निर्माण पर आई थी। सरकार के इस फैसले की भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने तारीफ की है। उनका कहना है कि मैं इस फैसल का स्वागत करता हूं। बता दें कि सीएम शिंदे खुद ठाणे से आते हैं और उनका कहना रहा है कि यह उन हजारों लोगों के साथ अन्याय है, जो हर दिन कामकाज के लिए मुंबई आते हैं। ऐसे में मुंबई एंट्री करना ही उनके लिए महंगा पड़ता है।