अभी और टूटेगा शरद पवार का सियासी कुनबा? भतीजे अजित के संपर्क में हैं 3 MLAs
नई दिल्ली
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में फूट के बाद दिग्गज शरद पवार को और भी सियासी झटके लग सकते हैं। अटकलें हैं कि हाल ही में सीनियर पवार की तरफ से बुलाई गई बैठक का हिस्सा रहे तीन विधायक अजित के संपर्क में हैं। खबर है कि तीनों ने महाराष्ट्र के नए उपमुख्यमंत्री से मुलाकात भी की है। हालांकि, अब तक इसे लेकर अजित या शरद कैंप की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, विधायक चेतन तुपे और सुनील भुसारा हाल ही में अजित से मिले थे। इनमें टोपे, भुसारा और अजित के बीच बैठक गुरुवार रात देवगिरी बंगले पर हुई। जबकि, तुपे शुक्रवार सुबह मुलाकात करने गए थे। फिलहाल, यह भी साफ नहीं है कि अब तक चारों नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई है।
बहरहाल, तीनों ही विधायक यह कहते रहे हैं कि वह सीनियर पवार के साथ बने रहेंगे। इसके अलावा यशवंतराव चव्हाण केंद्र में आयोजित बैठक का भी हिस्सा रहे थे। लेकिन ताजा सियासी घटनाक्रम ने चर्चाएं तेज कर दी हैं। कोरोनावायरस महामारी के बीच टोपे खासे चर्चा में रहे थे। साथ ही महाराष्ट्र में महामारी पर नियंत्रण करने को लेकर उनकी तारीफ भी हुई थी।
किसके पास कितना दम
अजित कैंप को दल बदल कानून से बचने के लिए करीब 36 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। उनका खेमा 40 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है। खबरें थी कि अजित ने राज्यपाल रमेश बैस को 40 विधायकों के समर्थन की सूची भी दे दी है। हालांकि, बताया जा रहा है कि अजित की बैठक में 32 विधायक शामिल हुए थे। जबकि, सीनियर पवार के मींटिंग का हिस्सा 12-13 विधायक बने थे।
अब पार्टी पर नियंत्रण की कोशिशें
फूट के बाद अब चाचा-भतीजे में एनसीपी पर नियंत्रण की कोशिशें तेज होती जा रही हैं। दोनों ही नेता अपने आप को पार्टी का अध्यक्ष बता चुके हैं। इधर, अजित खेमा पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न 'घड़ी' पर अधिकार हासिल करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI का भी रुख कर चुका है। सीनियर पवार ने अजित कैंप की तरफ से देरी से की गई इस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं।