नेपोटिज्म का प्रोडक्ट कहलाने पर चिढ़ते हैं शाहिद कपूर, कहा- खुद के दम पर बनाया नाम
मुंबई।
शाहिद कपूर अपनी निजी लाइफ के बारे में बात करना कम ही पसंद करते हैं। हालांकि एक रिसेंट इंटरव्यू में उन्होंने कुछ अनकही बातों से पर्दा उठाया है। शाहिद ने बताया कि उनको पालने पोसने में उनकी मां नीलिमा अजीम का इकलौता रोल रहा है। शाहिद ने कहा कि जब कोई उन्हें नेपोटिज्म का प्रोडक्ट कहता है तो उन्हें काफी बुरा लगता है।
शाहिद के मुताबिक, उनकी सफलता में पिता पंकज कपूर का कोई योगदान नहीं है। शाहिद का कहना है कि उन्होंने आज जो भी नाम कमाया है, वो खुद की मेहनत और लगन की वजह से है। शाहिद ने कहा कि जब दो दशक पहले उन्होंने इंडस्ट्री में डेब्यू किया तो लोगों ने उन्हें नेपोटिज्म का प्रोडक्ट कहा। बॉलीवुड बबल को दिए रिसेंट इंटरव्यू में शाहिद ने कहा कि मैं एक सेल्फ मेड स्टार हूं। लोगों को लगता है कि मेरे पिता का नाम पंकज कपूर है तो मेरे लिए इंडस्ट्री की राहें आसान हो गई होंगी। ऐसा बिल्कुल नहीं है। अभी आपको मेरे स्ट्रगल के बारे में पता ही नहीं है। मेरे पिता तो मेरे साथ रहते तक नहीं थे। मैं अपनी मां के परवरिश में पला बढ़ा हूं। उन्होंने मेरे लिए कभी किसी से सिफारिश नहीं की। मैंने भी कभी उनसे मदद नहीं मांगी।
शाहिद ने कहा कि उनकी मां नीलिमा अजीम ने उन्हें और उनके सौतेले भाई ईशान खट्टर को अकेले पाला है। बता दें कि नीलिमा अजीम ने कुल तीन शादियां की हैं। पहली शादी पंकज कपूर से हुई थी, जो 1979 से 1984 तक चली। इन दोनों से शाहिद का जन्म हुआ। इसके बाद 1990 में उन्होंने एक्टर राजेश खट्टर से शादी की। ये भी शादी ज्यादा दिन नहीं चल सकी और 2001 में इनका भी तलाक हो गया। हालांकि तब तक का ईशान खट्टर का जन्म हो गया था। तीसरी शादी नीलिमा ने 2004 में रजा अली खान नाम के एक तबला वादक से की। 2009 में ये भी शादी टूट गई। शाहिद ने बताया कि उनकी मां ने उन्हें और ईशान को कैसे पाला है। उन्होंने कहा कि वे बहुत प्यारी हैं, मेरी और ईशान की परवरिश उन्होंने ही की है। उन्होंने जो भी किया है, हम कभी उसका एहसान नहीं चुका सकते। वे हमारे लिए एक ढाल की तरह रही हैं। खैर मुझे इन सब चीजों के बारे में बात करना पसंद नहीं है, मुझे नहीं लगता कि सब कुछ शेयर करना चाहिए। हम सभी एक दूसरे के लिए खड़े हैं, यही अहम होना चाहिए।