शबरी महोत्सव: खाने पर सवा करोड़, बसों की व्यवस्था में दो करोड़ खर्च
भोपाल
सतना में हुए 24 फरवरी को हुए शबरी महोत्सव और कोल समागम के लिए राज्य सरकार ने खाने और लोगों को लाने ले जाने में साढ़े तीन करोड़ रुपए दिए। इसके अलावा यहां लगाए गए टेंट और अन्य खर्च अलग हैं। नाश्ता और भोजन तथा परिवहन के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग ने छह जिलों को राशि आवंटित की है।
शबरी महोत्सव पर 24 फरवरी को सतना में हुए कार्यक्रम के लिए राज्य शासन की ओर से कोल जाति के एक लाख छह सौ लोगों को शामिल कराने के लिए राशि जारी की है। इसको लेकर जारी आदेश में कहा गया है कि आदिवासी संस्कृति परिरक्षण विकास और देवठान मद से यह राशि जारी की जा रही है। इसमें कुल 3 करोड़ 51 लाख 30 हजार रुपए का आवंटन हुआ है जिसमें 2 करोड़ 15 लाख रुपए परिवहन व्यवस्था के लिए और 1 करोड़ 36 लाख 30 हजार रुपए नाश्ता, भोजन के लिए स्वीकृत किए गए हैं। विभाग द्वारा जारी आवंटन आदेश में यहां लगाए गए टेंट और शामियाने के खर्च को नहीं जोड़ा गया है।
इस जिले को इतना पैसा दिया
विभाग द्वारा जनजातीय कार्य विभाग सतना को परिवहन के लिए एक करोड़, नाश्ता,भोजन के लिए 52.50 लाख, कटनी को भोजन के लिए 5.70 लाख और परिवहन के लिए 23 लाख, रीवा को परिवहन के लिए 31 लाख और नाश्ते-भोजन के लिए 27 लाख रुपए आवंटित किए गए हैं। इसी तरह पन्ना जिले को 12.60 लाख परिवहन व 35 लाख नाश्ता व भोजन, सीधी जिले को 47 लाख रुपए परिवहन और 15.70 लाख रुपए नाश्ता व भोजन तथा सिंगरौली जिले को 1.40 लाख रुपए परिवहन और 40 हजार रुपए नाश्ते व भोजन के लिए आवंटित किए जाकर भुगतान की स्वीकृति दी गई है।
राजा शंकर शाह और कंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर 2 करोड़ 95 लाख का खर्च
जबलपुर में राजा शंकर शाह एवं कंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस के आयोजनों पर राज्य दो करोड़ 95 लाख 94 हजार 160 रुपए खर्च कर दिए है। 18 सितंबर 2022 को हुए कार्यक्रम में जबलपुर में दो करोड़ 93 लाख 16 हजार 275 रुपए का खर्च हुआ है। डिंडौरी में 1 लाख 55 हजार 820 रुपए और नरसिंहपुर में एक लाख 22 हजार 65 रुपए खर्च हुए है।