सील हुई पटाका दुकानें खुली, शासन-प्रशासन को चुनौती दे रहा पटाखा कारोबारी
रतुआ में पटाखा दुकान पर दिन रात चल रही रिटेल के नाम पर होलसेल पटाखा दुकान
दिपावली आते ही पटाखा कारोबार लगातार फल फूल रहा है। बैरसिया रोड पर 16 मिल पर मनीष पटाखा सेंटर और मीना पटाखा सेंटर लगातार वर्ष भर कार्य करती है। मिली जानकारी के अनुसार भोपाल से 17Km दूर बैरसिया रोड पर बसा रतुआ गांव। रोड से सटी पटाखों की बड़ी दुकान और इसके ठीक पीछे फैक्ट्री। डेढ़ सौ मीटर दूर पावर हाउस और हाईटेंशन लाइन के नीचे ही है ‘बारूद का ढेर’।
हरदा हादसे के बाद अफसरों ने दुकान फैक्ट्री को बंद करा दिया था। हरदा में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद हुई आगजनी के बाद कारखाने में आतिशबाजी बनाना बंद कर दिया। अफसर भी यहां पहुंचे तो उन्हें फैक्ट्री बंद मिली थी। लेकिन, अंदर भारी मात्रा में बारूद, पटाखे और कच्चा माल रखा था। यहां एक छोटी सी चिंगारी बड़े हादसे को अंजाम दे सकती थी।
कागजों में पूरी फैक्ट्री ‘वैध’ नजर आई, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही थी। नियम कहता है कि दुकान या फैक्ट्री में बिजली लाइन न हो। फैक्ट्री के चारों ओर तार फेंसिंग हो, लेकिन ऐसा कुछ नजर नहीं आया था। जिस जगह पटाखे बेचे या बनाए जाते हैं, उसे मुश्किल से 20-30 फीट की ऊंचाई से ही हाईटेंशन लाइन गुजर रही है।
वहीं येन-केन प्रकारेण दीपावली आने से पहले ही फैक्टरी और दुकान चालू हो गई हैं। संभवतः फैक्ट्री और दुकानों की कागजी कार्रवाई के साथ लायसेंस रिन्यू हो गया है। लेकिन किस भरोसे पटाकों के दामों में वृद्धि के साथ दुकानदार बदतमीजी पर उतारू हो जाता है। यह बात ग्राहक सुनील ठाकुर जो करोंद से पटाखा खरीदने पहुंचे तो उन्हें जलील करते हुए करीब घंटा भर इंतजार करवाया गया। जब बिल बनाकर दिया गया तो रेट अधिक लगाया गया था। मैंने कम करने को कहा तो अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि लेना हो तो लो नहीं तो …… ।
इस बाबद नवनियुक्त एसडीएम बैरसिया आशुतोष शर्मा कोबताई तो उन्होंने कहा कि तहसीलदार से जांच करवा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
बैरसिया रोड रतूआ ओर सोलाह मील के बीच पर फटाका दुकानों पर अवैध भंडारण लाइट पावर सप्लाई के पास बिछा हुआ है तारों का जाल कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
मनीष फटाका सेंटर और मीना फटाका सेंटर पर हो रहा है अवैध कारोबार
दिन-रात लगा रहता है जाम, हो सकता है बड़ा हादसा
नहीं हैं सूरक्षा के पर्याप्त इंतजाम आपको बता दें कि
हरदा में हुए हादसे के बाद मनीष फटाका सेंटर को किया गया था सील यह फिर भारी मात्रा में रोड पर लेकर बैठा बारूद इनके मालिक का कहना है मेरा पैसा नीचे से लेकर बड़े अधिकारियों तक पहुता है मेरा करोबार बंद नहीं हो सकता