सौरभ को अब्दुल्ला और राहुल को बना दिया राहिल, दिल्ली-एनसीआर में 7 लोगों के धर्मांतरण का खुला राज
नई दिल्ली
लोगों का धर्मांतरण कराकर उन्हें जिहादी बनाने के मामले में गाजियाबाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। धर्मांतरण से जुड़े अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का संचालन कौन कर रहा था, इसकी जानकारी के लिए पुलिस और एटीएस की टीमें जुटी हुई हैं। गिरोह द्वारा अब तक सात लोगों का धर्मांतरण कराने की पुष्टि हुई है। धर्मांतरण कराकर जिहादी बनाने वाले गिरोह का नेटवर्क कई देशों में फैला है।
शनिवार के अंक में धर्मांतरण कराने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के खुलासे से संबंधित खबर प्रकाशित की थी। डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक यादव ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस गिरोह के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खोड़ा निवासी एक व्यक्ति ने राहिल नाम के युवक पर उनकी बेटी का धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी। पुलिस ने केस दर्ज कर राहिल को पकड़ा। उससे जानकारी जुटाकर दिल्ली के संगम विहार में रहने वाले मुशीर और हरियाणा के पलवल निवासी अब्दुल्ला अहमद को गिरफ्तार किया। राहिल का असली नाम राहुल अग्रवाल, अब्दुल्ला अहमद का सौरभ खुराना है।
सौरभ बना अब्दुल्ला अहमद
मुशीर ने वर्ष 2014 में पलवल के रहने वाले सौरभ का धर्मांतरण करा उसे अब्दुल्ला अहमद बनाया। इसके बाद अब्दुल्ला के जरिये 2017 में छात्र राहुल का धर्मांतरण करा उसका नाम राहिल रखा। राहुल नोएडा सेक्टर-60 स्थित कॉल सेंटर में एक्जीक्यूटिव है। मुशीर बीटेक कर रहा है। अब्दुल्ला अहमद एएमयू से बीडीएस करने के बाद देवबंद से आलिम की तालीम ले रहा है। धर्मांतरण कराने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क दिल्ली-एनसीआर में युवती समेत सात लोगों का धर्मांतरण करा चुका है। इनमें सिर्फ मुशीर ही दूसरे समुदाय का है, अन्य लोग धर्मांतरण के बाद इस धर्म में आए हैं।
मैथ की कोचिंग के दौरान मुशीर के संपर्क में आया था राहुल
डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक यादव ने बताया कि संगम विहार दिल्ली निवासी राहुल अग्रवाल मोहम्मद मुशीर से मैथ की कोचिंग लेने के दौरान संपर्क में आया था। कोचिंग देने के साथ-साथ मुशीर ने उसका ब्रेनवॉश कर अपने समुदाय का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। इसके बाद उसने वर्ष 2014 में धर्म बदल कर चुके सौरभ खुराना उर्फ अब्दुल्ला अहमद को राहुल का धर्मांतरण कराने की जिम्मेदारी सौंपी।
अब्दुल्ला अहमद ने अपनी साली से कराया राहिल का निकाह
अब्दुल्ला अहमद ने वर्ष 2017 में न सिर्फ राहुल अग्रवाल का धर्म परिवर्तन कराकर उसे मोहम्मद राहिल बनाया, बल्कि इस साल जनवरी माह में अपनी साली इकरा से उसका निकाह भी करा दिया। सौरभ से अब्दुल्ला बनने के बाद उसने मुस्लिम समुदाय की लड़की से शादी की थी। अब्दुल्ला ने बताया कि राहुल धर्म परिवर्तन कर चुका था और वह नौकरी भी करता था, लिहाजा उसकी शादी अपनी साली से करा दी।
लवर ब्वॉय बन फंसाता था
डीसीपी ने बताया कि मुशीर और अब्दुल्ला अहमद ने राहिल को लवर ब्वॉय बनकर दूसरे समुदाय की लड़कियों का धर्मांतरण कराने की ट्रेनिंग दी। राहिल लड़कियों से रिश्ते बनाता और फिर धर्मांतरण की राह पर ले जाता। पुलिस के मुताबिक, राहिल नोएडा की एक कंपनी में एग्जीक्यूटिव की नौकरी करता है। वहां लड़कियों पर नजर रखनी शुरू कर दी।
पुलिस के हत्थे चढ़ा
खोड़ा निवासी युवती के बाद राहिल ने अपनी कंपनी की ही दूसरी युवती को टारगेट करना शुरू कर दिया था। वह उसे अपने प्रेमजाल में फंसा चुका था। वह युवती को उसके धर्म की खामियां बताता और अपने धर्म की खूबियां गिनाता। राहिल युवती को धर्मांतरण की चौथी स्टेज तक ले आया था। वह उसका धर्मांतरण करा पाता, उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
जमात में बनाते थे धर्मांतरण की रूपरेखा
धर्मांतरण कराकर जिहादी बनाने वाले गिरोह का नेटवर्क कई देशों में फैला है। साथ ही, जमात में लोगों के धर्मांतरण की रूपरेखा तैयार होती थी। इन दोनों बातों की पुष्टि राहिल के मोबाइल मिली चैटिंग से हुई है। पुलिस उन लोगों को ट्रेस करने में जुटी है जो इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को संचालित कर रहे हैं। डीसीपी ने बताया कि राहिल की चैट से पता चला है कि नेपाल, कर्नाटक तथा अन्य स्थानों के लोगों का जमातों में मिलना-जुलना होता था। इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों को अपने धर्म में लाने की रूपरेखा तैयार होती थी। वहां दूसरे धर्म के लोगों को अपने धर्म में शामिल करने का टारगेट दिया जाता था। पुलिस के मुताबिक धर्मांतरण गिरोह में सक्रिय भूमिका में दिखने वाले लोग वह होते थे जो खुद धर्मांतरण कर चुके होते थे।