मई माह में देश की पहली सोलर सिटी बनने जा रही साँची
प्रदेश में सौर ऊर्जा के उपयोग को मिल रहा बढ़ावा
स्वच्छता सर्वे में अग्रणी रहने के प्रयास करें सभी नगर
स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में निर्माण कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग पर जोर
मुख्यमंत्री चौहान ने जन-कल्याणकारी कार्यों को गति देने के दिए निर्देश
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा के उपयोग को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में अनेक सौर ऊर्जा परियोजनाएँ संचालित हैं। इस क्रम में रायसेन जिले में स्थित विश्व धरोहर स्मारक स्थल साँची नगर देश की प्रथम सोलर सिटी बनने जा रही है। परियोजना अंतर्गत साँची में विभिन्न कार्यों की पूर्णता लगभग पूरी हो गई है। आगामी माह में देश की प्रथम सोलर सिटी के रूप में साँची का नाम जाना जाएगा। यह मध्यप्रदेश की विशेष उपलब्धि होगी। मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय सभा कक्ष में प्राथमिकता के जन-कल्याणकारी कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मंत्रि-परिषद के सदस्य और विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने अच्छी प्रगति की है। जहाँ मध्यप्रदेश बिजली उत्पादन और आपूर्ति में आत्म-निर्भर बना है, वहीं नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों ने देश का ध्यान आकर्षित किया है। सोलर सिटी साँची मध्यप्रदेश को इस क्षेत्र में नई पहचान दिलवाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने स्वास्थ्य क्षेत्र में अस्पतालों के उन्नयन, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को समय पर मानदेय भुगतान, स्वास्थ्य समितियों की नियमित बैठकों और मातृ एवं नवजात शिशु मृत्यु दर को वर्तमान स्थिति से कम करने के लिए निंरतर समीक्षा के निर्देश दिए। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा नीट में शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को 5 प्रतिशत आरक्षण के लिए प्रक्रिया पूर्ण करने और मंजूर किए गए नवीन मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि-पूजन की तिथियाँ निर्धारित करने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री चौहान ने जनजातीय कार्य, अनुसूचित जाति कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति राशि के भुगतान और छात्रावासों में आवश्यक सुविधाओं पर नजर रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पात्र महिलाओं द्वारा आवेदन के कार्य को पूरा करने नवीन आंगनवाड़ी केंद्र खोलने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री चौहान ने सीएम राइज विद्यालयों से संबंधित आवश्यक व्यवस्थाएँ पूर्ण करने, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा संस्थाओं के उन्नयन से जुड़े कार्यों को पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने खाद्य, सामाजिक न्याय, कृषि, सहकारिता, पशुपालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगरीय विकास, लोक निर्माण, वन, पर्यटन आदि विभागों से संबंधित जन-कल्याणकारी कार्यों की समीक्षा कर उनके क्रियान्वयन स्तर को बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। स्वच्छता सर्वे के संबंध में भविष्य में भी प्रदेश के नगरों की स्थिति अग्रणी रहे, इसके लिए सतत रूप से सजग रहने को कहा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा निवेश प्रोत्साहन के साथ युवाओं को रोजगार देने का कार्य किया है। रोजगार मेले लगाने का कार्य भी निरंतर किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में जनजातीय बहुल क्षेत्रों में पेसा नियम में ग्राम सभाओं के कार्यों के संचालन और तेंदूपत्ता संग्राहकों को आवश्यक सामग्री के प्रदाय से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा के निर्देश दिए। बैठक में मिलेट (अन्न) को बढ़ावा देने, दिव्यांग कल्याण, संबल योजना में पात्र हितग्राहियों को राशि के भुगतान, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना, युवा अन्नदूत योजना, अमृत सरोवर, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना, सीएम हेल्प लाइन के प्रकरणों के निराकरण और आगामी 10 से 25 मई तक जन समस्याएँ हल करने के लिए आवश्यक तैयारियाँ करने पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री चौहान ने विभागीय स्तर पर कार्यों की नियमित समीक्षा के निर्देश भी दिए।