विदेश

रूस बना रहा विश्व का सबसे शक्तिशाली फाइटर जेट SU-75

मॉस्‍को:

रूस ने 13 नवंबर को ऐलान किया है कि उसने अपने पांचवी पीढ़ी के फाइटर जेट सुखोई -75 यानी Su-75 चेकमेट के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह रूस के पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट के उत्पादन प्रक्रिया में एक बड़ा कदम है। दुबई एयरशो 2023 के दौरान रूस की हथियार बनाने वाली सरकारी कंपनी रोस्टेक स्टेट कॉरपोरेशन की तरफ से इस बात की जानकारी दुनिया को दी गई है रूस ने सिंगल-इंजन वाले सुखोई-75 चेकमेट स्टील्थ लड़ाकू विमान के शुरुआती डिजाइन में बदलाव किया है। इस फाइटर जेट की तुलना अब अमेरिका में बने F-35 लाइटनिंग से की जाने लगी है।

क्‍या सोचते हैं विशेषज्ञ
एफ-35 और एसयू-75 के बीच तुलना अक्‍सर ही बहस का मसला रही है। डिफेंस एक्‍सपर्ट्स की मानें तो दोनों लड़ाकू विमान अलग-अलग देशों के हैं और अपने-अपने तरीके से काफी एडवांस्‍ड है। एफ-35 को अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए लॉकहीड मार्टिन ने तैयार किया है। यह जेट पांचवीं पीढ़ी का मल्‍टीरोल फाइटर जेट है जिसे हवा से हवा में होने वाले युद्ध, जमीनी हमले और जासूसी मिशनों में कामयाबी हासिल करने के मकसद से तैयार किया गया है। जबकि रूस के सुखोई की तरफ से बनने वाला जेट SU-75 अभी से इसके समकक्ष रखा जाने लगा है। चेकमेट लड़ाकू विमानों की विशेषता खुफिया क्षमता के अलावा, कम समय में दूर तक उड़ान भरने की क्षमता, इसकी इंजीनियरिंग और कम पैसों में तैयार हो जाना है।

लॉन्‍च होगा प्रोटोटाइप
साल 2025 के अंत तक रूस इस जेट के प्रोटोटाइप को लॉन्‍च कर सकता है। रूस ने मॉस्को एयर शो 2021 के दौरान आधिकारिक तौर पर SU-75 चेकमेट की पहली झलक दुनिया को दी थी। SU-75 चेकमेट की स्‍पीड को सबसे ज्‍यादा कारगर बताया जा रहा है। यह जेट दो मैक की अधिकतम स्‍पीड के साथ 3000 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकते हैं। साथ ही इस जेट का वजन 7.4 हजार किलोग्राम बताया जा रहा है। जेट को एक एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक स्कैन, एईएसए रडार, एक 360-डिग्री ऑप्टिकल और रेडियो सर्विलांस सिस्‍टम, एक इंर्टनल इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग सिस्टम, एक ऑप्टिकल विजन सिस्‍टम से लैस किया जाएगा।

कम लागत से हैरान विशेषज्ञ
पूर्व अमेरिकी राष्‍ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के दौरान नेशनल सिक्‍योरिटी काउंसिल के पूर्व अधिकारी के अनुसार, SU-75 चेकमेट लड़ाकू विमान का बड़े पैमाने पर उत्पादन नहीं होगा। उन्‍होंने इसके पीछे बाजार में कमी को बड़ी वजह बताया। एक अमेरिकी ई-मैगजीन के मुताबिक अगर रूस SU-75 का बड़े पैमाने पर उत्पादन करता है तो यह कई देशों को उनकी पांचवीं पीढ़ी का पहला स्टील्थ फाइटर जेट होगा। हालांकि, कई विशेषज्ञ इस बात से सहमत नहीं है कि यह जेट अमेरिका के F-35 लाइटनिंग II लड़ाकू विमान के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है। वह फिर रूसी जेट की कम लागत पर घिर जाते हैं।

Pradesh 24 News
       
   

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