रायपुर.
सरकार की पुर्नवास व आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर एक मिलिशिया सेक्शन कमांडर ने नक्सल पंथ से तौबा कर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पित नक्सली कई महत्वपूर्ण वारदातों में शामिल था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, भैरमगढ़ एरिया कमेटी के अंतर्गत बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सेक्शन ए कमांडर शमील तेलम उर्फ मिथुन उर्फ डेंगा (21) पुत्र लक्खू तेलम ने सरेंडर कर दिया।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्णेय व पुलिस के आला अफसरों के समक्ष सरकार की पुर्नवास व आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर सरेंडर कर दिया। वह मिरतुर थाना क्षेत्र के गंडोकलपारा बेचापाल का रहने वाला है। आत्मसमर्पित नक्सली शमील तेलम वर्ष 2017 में मिरतुर बाल सदस्य के रूप में संगठन में भर्ती हुआ। गांव में नक्सली सदस्यों के आने पर चावल-सब्जी एकत्रित करता था। फिर वर्ष 2017 से 2018 तक बाल संगम सदस्य से मिरतुर एलओएस से पीएलजीए सदस्य के पद की जिम्मेदारी दी गई। शमील तेलम के आत्मसमर्पण करने पर उसे उत्साहवर्धन के लिए शासन की आत्मसमर्पण व पुर्नवास नीति के तहत 25 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई।
इन घटनाओं में रहा शामिल
वर्ष 2021 में ग्राम तालनार में ग्रामीण की हत्या की घटना में शामिल, वर्ष 2023 में गोपनीय सैनिक लालू ओयाम की हत्या की घटना में शामिल, वर्ष 2023 में बेचापाल व हुर्रेपाल के बीच जंगल में पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के नियत से आईईडी ब्लास्ट करने की घटना में शामिल रहा।