जगदलपुर
बस्तर संभाग के एकमात्र केके रेल मार्ग में सोमवार देर रात उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित कोरापुट रेलवे स्टेशन से करीब 20 कि.मी दूर एक भारी-भरकम चट्टान रेल मार्ग पर गिरने से इस रूट पर चलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के परिचालन को 12 जुलाई तक रद्द कर दिया गया है। हादसे के वक्त इस रेलमार्ग से कोई ट्रेन नहीं गुजर रही थी, जिस वजह से एक बड़ा हादसा होने से बच गया। लेकिन रेल पटरी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी है। हादसे की सूचना पर मंगलवार सुबह विशाखापट्टनम रेल मंडल से रेस्क्यू टीम को मौके के लिए रवाना किया गया जिनके द्वारा भारी बारिश के बीच चट्टान को हटाने का काम जारी है।
ईस्ट कोस्ट रेलवे विशाखापट्टनम रेल मंडल के डीआरएम अनूप सथपति बताया कि किरंदुल से विशाखापट्टनम तक का रेल मार्ग चट्टानों के बीच घिरा हुआ है, देर रात जानकारी मिली कि उड़ीसा के कोरापुट रेलवे स्टेशन से करीब 20 किमी दूर सिमलीगुड़ा के आगे रेलवे ट्रैक में एक भारी-भरकम चट्टान गिर गया है। सूचना पर इस रूट पर चलने वाली सभी मालगाड़ी और नाईट एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन को रद्द कर दिया गया। हालांकि जिस वक्त हादसा हुआ इस दौरान इस रूट से कोई ट्रेन नहीं गुजर रही थी, जिस वजह से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। मंगलवार सुबह विशाखापट्टनम रेल मंडल से रेस्क्यू टीम को मौके के लिए रवाना किया गया जिसके द्वारा लगातार रेलवे ट्रैक से चट्टान को हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरतलब है कि किरंदुल- कोत्तवलसा रेलमार्ग पर चट्टान गिरने से किरंदुल से विशाखापटनम जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा नाईट एक्सप्रेस के परिचालन में भी रोक लगा दी गई है। वहीं विशाखापटनम से किरंदुल आने वाली ट्रेन के परिचालन में भी रोक लगाई गई है और सुबह के स्पेशल पैसेंजर ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि 12 जुलाई तक इस रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वहीं किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापटनम जाने वाली सभी मालगाडि?ों के परिचालन में भी रोक लगा दी गई है।