रायपुर
छत्तीसगढ़ आदिवासी लोक कला अकादमी की ओर से 9 दिवसीय नाचा समारोह की शुरूआत बुधवार शाम हुई। मौसम के मिजाज को देखते हुए पहले दिन मुक्ताकाशी मंच के बजाए महंत घासीदास संग्रहालय परिसर रायपुर के सभागार में शुरूआत हुई। जिसमें काशीराम साहू की काशीराम नाचा पार्टी रतनपुर की प्रस्तुति 'रिखीराम गौंटियाझ् का मंचन हुआ। इस नाचा प्रहसन ने मूल रूप से नशे से दूर रहने के साथ-साथ दौलत का घमंड नहीं करने का संदेश दिया। शुरूआत में छत्तीसगढ़ आदिवासी लोक कला अकादमी के अध्यक्ष नवल शुक्ल ने कलाकारों का स्वागत किया।
इस प्रहसन के कथानक के अनुसार मालगुजार रिखीराम गौंटिया को दौलत का घमंड है लेकिन संतान नहीं होने का दुख भी है। इधर स्कूल का एक शिक्षक नशे की हालत में अपनी पत्नी को पीट-पीट कर घर से भगा देता है। इस महिला को रिखीराम गौंटियां आत्महत्या करने से रोकता है और अपनी दौलत का प्रभाव दिखाते हुए शादी करने ले जाता है। इधर नशा उतरने के बाद शिक्षक अपनी पत्नी को खोजते हुए आता है। फिर रिखीराम, शिक्षक और उसकी पत्नी के बीच रोचक संवाद होता है। जिसमें महिला पर दोनों अधिकार जमाना चाहते हैं लेकिन महिला अपने शिक्षक पति के साथ जाती है और जाते-जाते दौलत का घमंड नहीं करने का संदेश देती है और अपने शिक्षक पति को नशा नहीं करने का संकल्प दिलाती है।
इस संदेश परक प्रहसन में गंभीर कथानक के साथ-साथ हंसी-ठिठोली के कई मोड़ आए। जिससे दर्शक हंस-हंस कर लोटपोट हो गए। इस नाचा में रिखी राम गौंटिया-अनुज राम गंधर्व, पत्नी-संतराम गंधर्व, शिक्षक-अशोक गंधर्व, पत्नी-दीपक वैष्णव, तहसीलदार-अनिरुद्ध कश्यप, कोटवार-गजाधर सिंह राजपूत, अन्य महिला पात्र में मान सिंह मरकाम, सूरज श्याम व ग्रामीण-दिलीप कुमार धीवर बने। संगीत पक्ष में काशीराम साहू हारमोनियम गायन, तबला वादन लोवन सिंह ध्रुव, ढोलक गणेशीराम गंधर्व, बैंजो अनिश पाव व घनश्याम कौशिक का सहयोग रहा। 14 सितंबर गुरुवार को संत समाज नाच पार्टी सेमरिया लिटिया के अजय उमरे की प्रस्तुति होगी। अध्यक्ष नवल शुक्ल ने यह जानकारी दी।