500 साल बाद मनुवाद की वापसी, राम मंदिर पर उदित राज के बिगड़े बोल, घिर सकती है कांग्रेस
नई दिल्ली
राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होने वाले है। इसी दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसका उनके करोड़ों भक्त इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस के नेता उदित राज ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिस पर पार्टी घिर सकती है। उदित राज ने राम मंदिर के निर्माण को मनुवाद की वापसी बताया है। उदित राज ने ट्वीट किया, 'मतलब पाँच सौ वर्ष बाद मनुवाद की वापसी हो रही है।' उदित राज ने अपने ट्वीट में राम मंदिर या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र नहीं किया है, लेकिन 500 साल की बात से साफ है कि उनका इशारा राम मंदिर की ओर है। अब इस टिप्पणी को लेकर भाजपा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पर हमलावर हो सकती है।
खासतौर पर आम चुनाव से पहले भाजपा माहौल राममय बनाने की कोशिश में है और उससे पहले उदितराज की यह टिप्पणी उसे एक तरह से मौका देगी। दरअसल राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में कांग्रेस को भी न्योता दिया गया है। सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को आमंत्रण मिला है। अब तक पार्टी ने इसे लेकर कोई फैसला नहीं लिया है और पसोपेश में है। यदि कांग्रेस के नेता इस आयोजन में नहीं गए तो भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर उसे घेर सकती है। ऐसे में उदित राज का बयान आग में घी का काम करने वाला है।
उदित राज 2014 में भाजपा के ही टिकट पर उत्तर पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने गए थे। उसके बाद उनकी पार्टी से खटपट हो गई और वह कांग्रेस में चले गए थे। उदित राज ने राजनीति की शुरुआत अपना ही एक दल इंडियन जस्टिस पार्टी बनाकर की थी। दलितों के मुद्दे पर मुखर रहने वाले उदित राज पहले भी कई बार तीखे बयान दे चुके हैं। लेकिन इस बार राम मंदिर को मनुवाद से जोड़ने वाली उनकी टिप्पणी को भाजपा हथियार बना सकती है और इस बहाने कांग्रेस को घेर सकती है।