देश की सबसे युवा हेल्थ यूनिकॉर्न कंपनी में छंटनी, 350 कर्मचारी बाहर
गुरुग्राम
गुरुग्राम की हेल्थकेयर यूनिकॉर्न कंपनी प्रिस्टीन केयर (Pristyn Care) भी अब कर्मचारियों की छंटनी करने वाली कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है। कंपनी ने 350 कर्मचारियों को बाहर करने का फैसला लिया है। कंपनी अलग-अलग विभाग के कर्मचारियों को बाहर करने जा रही है। सेल्स, टेक, प्रोडक्ट टीम के कर्मचारियों पर इस छंटनी का असर देखने को मिलेगा। प्रिस्टीन केयर ने अपने बयान में कहा है कि उसने सिर्फ 45 कर्मचारियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर बाहर किया है।
कंपनी का कहना है कि हमने कर्मचारियों के प्रदर्शन की रिपोर्ट तैयार की थी, जिसकी मदद से हमे यह पता करने में मदद मिलती है कि अलग-अलग विभाग में कर्मचारी कितने दक्ष हैं। यह सामान्य और रूटीन प्रक्रिया है। हमने पाया कि 45 कर्मचारी अलग-अलग विभाग में ऐसे हैं जो अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें बाहर किया गया है। बता दें कि प्रिस्टीन केयर की शुरुआत 2018 में की गई थी, जोकि देश के 800 अस्पताल, 200 क्लीनिक और 400 से अधिक सुपर स्पेशिएलिटी सर्जन की सेवाएं स्वास्थ्य के क्षेत्र में मुहैया कराती है।
दिसंबर 2021 में प्रिस्टीन केयर ने 96 मिलियन का निवेश सीरीज ई राउंड के जरिए हासिल किए थे, जिसके बाद कंपनी के वेल्युएशन में बढ़ोत्तरी हुई और यह 1.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। कंपनी देश की सबसे युवा हेल्थटेक यूनिकॉर्न बन गई है। कंपनी में सिकेरिया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल, विंटर कैपिटल, एपिक कैपिटल, हमिंगबर्ड वेंचर, ट्राइफेक्टा कैपिटल ने निवेश किया किया था। कंपनी ने अभी तक कुल 177 मिलियन डॉलर रुपए का निवेश इकट्ठा किया है। इस साल जनवरी माह में मेडी बडी ने भी 8 फीसदी कर्मचारियों को बाहर किया था। कंपनी ने 200 कर्मचारियों को अलग-अलग विभागों से बाहर किया था।