बागी हुए सुनील कुमार पिंटू? सीतामढ़ी में नीतीश के चहेते देवेश को देंगे टक्कर, बीजेपी में जाने पर कही यह बात
पटना
INDIA गठबंधन की चौथी बैठक को नाकाम बताने और कांग्रेस पार्टी पर तीखा वार करने वाले नीतीश की पार्टी जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बगावत के संकेत दिए हैं। उन्होंने सीतामढ़ी सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि किस पार्टी से लड़ेंगे, यह पत्ता नहीं खोला है। उन्होंने कहा है कि यह जगत जननी मां जानकी जी का फैसला है जिसे कोई टाल नहीं सकता। जानकी जी ने 2019 के चुनाव में मुझे इस सीट पर भेजा। ऐसे में सीतामढ़ी का चुनाव दिलचस्प होता दिख रहा है क्योंकि नीतीश कुमार के करीबी नेता और बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर पहले ही सीतामढ़ी पर अपनी दावेदारी ठोक चुके हैं।
दिल्ली में बात करते हुए जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ा बयान दिया। अपनी ओर से उन्होंने सीतामढ़ी सीट से उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया। लेकिन उन्होंने बहुत डिप्लोमेटिक उत्तर दिया। जेडीयू सांसद ने कहा कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। इनमें से 39 सीटों का फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व करते हैं। लेकिन सीतामढ़ी ऐसा लोकसभा क्षेत्र है जहां उम्मीदवारी का फैसला 2 लोग मिलकर करते हैं। इनमें से एक है पार्टी के शीर्ष और दूसरी हैं जगत जननी जानकी माता। उन्होंने दावा किया कि माता जानकी ने मुझे सीतामढ़ी में भेजा है क्योंकि पिछली बार दूसरे कैंडिडेट का फैसला हो गया था। उसके बाद माता की प्रेरणा से फैसला बदल गया और आदमी बदलकर मैं मैदान में आ गया। इस बार भी मां जगत जननी का फैसला ही चलेगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार माता ने मुझे यहां भेज दिया तो इस बार भी विश्वास है कि उनका फैसला पहले जैसा ही होगा।
जब उनसे पूछा गया कि किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे तो इसका कूटनीतिक उत्तर देते हुए सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि अभी मैं जदयू में हूं, किस पार्टी से चुनाव लड़ूंगा यह समय पर तय होगा। अपनी पुरानी पार्टी में वापसी के सवाल पर उन्होंने दोहराया कि मैं वहां से बोरो प्लेयर भेजा गया हूं और बुलावा आएगा तो जा सकता हूं । लेकिन जाने से पहले माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करके और उनका आशीर्वाद लेकर ही जाएंगे। बताते चलें कि पिछले दिनों पटना स्थित बापू सभागार के मंच से एक कार्यक्रम में विधान परिषद से सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की ओर से उन्हें हरी झंडी मिल गई है। वे अपने क्षेत्र में इसकी तैयारी कर रहे हैं। उसके बाद कयास लगाए जाने लगे कि जेडीयू सुनील कुमार पिंटू का टिकट काटेगी। उसके बाद से सांसद के सुर बदल गए हैं। 19 दिसम्बर को नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक को पिंटू ने नाकाम करार दिया। कहा कि उन्होंने यह भी दावा किया कि बैठक में कुछ भी सार्थक चर्चा नहीं हुई। उपर से कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा था कि इतनी पुरानी पार्टी के पास समोसा के लिए भी बजट नहीं था। सिर्फ चाय बिस्कुट पर बैठक करा दिया गया।