ब्रह्माकुमारी आश्रम में सगी बहनों ने की खुदकुशी, 12 दिन बाद पकड़ा गया शोषण का आरोपी
आगरा
ब्रह्माकुमारी आश्रम में रहने वाली दो सगी बहनों की आत्महत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी नीरज सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है। जगनेर के आश्रम में रहने वाली एकता और शिखा ने 10 नवंबर की रात को खुदकुशी कर ली थी। आत्महत्या से पहले बहनों ने 4 पेज का सुसाइड नोट लिखा था। इसमें नीरज सिंघल, उसके पिता समेत दो अन्य को जिम्मेदार ठहराया था। मंगलवार रात को पुलिस ने नीरज का गिरफ्तार कर लिया है। वह कोर्ट में समर्पण करने की फिराक में था।
एकता और शिखा दोनों सगी बहनें थीं। दोनों जगनेर के बसेड़ी रोड स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम में कई सालों से रह रही थीं। 10 नवंबर की रात को दोनों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था दोनों बहनों के सुसाइड नोट पुलिस को मिले थे। इसमें उन्होंने धौलपुर के रहने वाले नीरज सिंघल, नीरज के पिता ताराचंद, गुड्डन और पूनम को जिम्मेदार ठहराया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी गुड्डन ताराचंद और पूनम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन नीरज फरार हो गया था।
12 दिन बाद हुआ अरेस्ट
आरोपी नीरज को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने 4 टीमें बनाईं थी। थानाध्यक्ष जगनेर अवनीत मां ने बताया कि नीरज को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम माउंट आबू गई थी, लेकिन वह वहां से फरार हो गया था। इसके बाद उसके गुजरात में छिपे होने की जानकारी मिली। एक टीम को गुजरात भेजा गया। मगर वह हाथ नहीं आया। इसी बीच आरोपी की ओर से समर्पण प्रार्थना पत्र कोर्ट में डाला गया। जिसकी तारीख 23 नवंबर लगी थी। पुलिस ने जाल बिछाया और मंगलवार की रात उसको राजस्थान सीमा के गांव चंद्रसारा से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी कोर्ट में समर्पण के फिराक में लगा था।
शोषण का शिकार हुई थीं दोनों
एकता और शिखा ने माउंट आबू में दीक्षा ली थी। नीरज माउंट आबू में तैनात था, जहां उसकी एकता और शिखा से मुलाकात हुई थी। एकता और शिखा से नीरज ने 25 लाख रुपए ले लिए थे। इसके बाद वह दोनों बहनों को परेशान करने लगा। पहले वह दिलासा देता था। इसके बाद उसने फोन पर बात करना बंद कर दिया। नीरज ने दोनों का फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिया था। इसके अलावा नीरज उन्हें शारीरिक और मानसिक प्रताड़ित भी कर रहा था। इससे परेशान होकर एकता और शिखा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।