राजू पाल ने दी थी अतीक अहमद को चुनौती, योगी राज में अतीक पर केस का दौर
प्रयागराज
अतीक की सत्ता को शहर पश्चिमी में राजू पाल ने चुनौती दी थी। अतीक के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई शहर पश्चिमी विस सीट पर 2004 में हुए उपचुनाव में राजू ने अतीक के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को हराकर विधायकी तो जीत ली, लेकिन ऐसी अदावत छिड़ी कि राजू पाल को जान गंवाकर उसकी कीमत चुकानी पड़ी।
योगी राज में अतीक पर शुरू हुआ केस का दौर
राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को 2016 में कचहरी में मारापीटा गया था। अतीक के जेल जाने के बाद उमेश पाल ने 2017 में कर्नलगंज थाने में अतीक समेत 49 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया। आरोप था कि कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे उमेश पाल को अतीक के इशारे पर उनके समर्थकों ने पिस्टल सटाकर जान से मारने की धमकी दी और सरेआम उन्हें मारा पीटा।
मरियाडीह हत्याकांड में भी अतीक अहमद
अतीक के करीबी आबिद प्रधान की चेचरी बहन और चालक की मरियाडीह में 2015 में गोलियों से भून दिया गया था। आबिद ने कम्मू और जाबिर समेत सात के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस केस की अग्रिम विवेचना शुरू हो गई है। पुलिस ने पूर्व सांसद अतीक समेत 15 का नाम प्रकाश में लाया। लेकिन बाद में धूमनगंज पुलिस ने पूर्व सांसद अतीक को छोड़ अन्य सभी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
झलवा में किसान नेता की हत्या की साजिश में अतीक
तीन साल पहले किसान नेता की झलवा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। किसान की मां ने राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के खिलाफ केस दर्ज कराया। लेकिन पुलिस की जांच में कुछ और ही कहानी सामने आई। इस मर्डर केस में पुलिस ने पूर्व सांसद को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया था लेकिन धूमनगंज अभी तक जेल में बंद अतीक का रिमांड नहीं बनवा सकी।
उमेश अपहरण में सजा के बाद अंत
अहमदाबाद जेल में बंद अतीक को उमेश पाल अपहरण कांड में सजा होनी वाली थी। इससे पूर्व 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या कर दी गई। इसी केस में अतीक और उसका पूरा परिवार आरोपित किया गया। 28 मार्च को अतीक को उमेश पाल अपहरण कांड में सजा हुई। 13 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की कॉल्विन अस्पताल के अंदर हत्या कर दी गई।
देवरिया जेल कांड के बाद ट्रांसफर
देवरिया जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने न सिर्फ लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को अगवाकर रंगदारी मांगी थी बल्कि धूमनगंज के प्रॉपर्टी डीलरों को बुलाकर उनकी भी धुनाई की थी। लाखों रुपये वसूलने के बाद करोड़ों की रंगदारी मांगी। धमकी दी थी कि रुपये नहीं मिले तो जिंदा नहीं बचोगे। जेल में उनकी पिटाई का वीडियो भी बनाया गया। बाद में जैद ने धूमनगंज थाने में अतीक एंड कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। देवरिया जेल कांड के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अतीक को अहमदाबाद जेल भेजा गया।