विदेशी धरती पर भी कम नहीं होते राहुल गांधी के तेवर, इन 7 मौकों पर PM नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना
नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज में दिए अपने भाषण में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी समेत भारतीय लोकतंत्र पर राहुल गांधी के उठाए गए सवालों को लेकर उनकी आलोचना भी हो रही है। उनकी टिप्पणियों से नाराज भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने तो उन्हें झूठ बोलने का आदी और भारत की छवि को धूमिल करने वाला बता दिया। वैसे यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी विदेशी धरती से पीएम मोदी पर हमला बोला है। इससे पहले भी वह कई मौकों पर ऐसा कर चुके हैं। आइए डालते हैं एक नजर…
मई 2022, ब्रिटेन
लंदन में ‘आइडियाज फॉर इंडिया’ सम्मेलन हो रहा था। इस दौरान राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भारत की धरती भाजपा के हमले से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि भारत की आवाज को दबा दिया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं के जरिए ही भारत पर हमला किया जा रहा है। उन्होंने सीबीआई और ईडी का नाम लेते हुए भारत के हालात की तुलना पाकिस्तान से कर डाली थी।
अगस्त 2018, ब्रिटेन और जर्मनी
इस वक्त राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। तब उन्होंने पीएम मोदी पर देश में बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे को उठाकर हमला बोला था। ब्रिटेन और जर्मनी के अपने दौरे पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य पॉपुलिस्ट नेताओं से की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में बेरोजगारी से उपजे असंतोष को खत्म करने के बजाए, पीएम मोदी उस गुस्से को उभार रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा था कि ऐसा करके वह देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
मार्च 2018, मलेशिया
मलेशिया के अपने दौरे पर राहुल गांधी ने भारत में नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। यहां राहुल भारतीय समुदाय के साथ बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान राहुल गांधी से पूछा गया था कि वह नोटबंदी का फैसला कैसे लागू करते? इस पर राहुल ने कहा कि अगर वह प्रधानमंत्री होते और उनके पास कोई नोटबंदी वाली फाइल लेकर आता तो वह इसे डस्टबिन में डाल देते।
मार्च 2018, सिंगापुर
सिंगापुर के अपने इस दौरे पर राहुल गांधी वहां के ली कुआन यू स्कूल में सिंगापुर की पब्लिक पॉलिसी पर चर्चा कर रहे थे। राहुल गांधी ने भारत का जिक्र करते हुए कहा था कि यहां पर चुनाव जीतने के लिए लोगों को बांटने का खेल खेला जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें भारत के बारे में एक चीज सबसे ज्यादा पसंद है, वह है यहां की अनेकता में एकता और विविधता। लेकिन अब इसी चीज को लगातार चुनौती दी जा रही है।
जनवरी 2018, बहरीन
कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद यह राहुल गांधी का पहला विदेश दौरा था। वह बहरीन में एक एनआरआई सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। तब उन्होंने भारतीय युवाओं को नौकरी न दे पाने में नाकाम रहने पर भाजपा सरकार को जमकर सुनाया था। राहुल गांधी ने कहा था कि इसके चलते ही भारत में लोगों के बीच काफी ज्यादा गुस्सा पनप रहा है। उन्होंने यहां तक कह डाला था कि सरकार लोगों के बीच नफरत फैलाने में लगी हुई है।
सितंबर 2017, अमेरिका
यह मौका था बर्कली स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में संबोधन का। यहां पर राहुल गांधी ‘इंडिया ऐट 70’ को संबोधित कर रहे थे। राहुल गांधी ने भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार को जमकर सुनाया था। उन्होंने कहा कि अहिंसा का विचार आज खतरे में है। राहुल ने कहा कि अहिंसा ही एकमात्र रास्ता है जो मानवता को आगे लेकर जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार केवल भारत की टॉप-100 कंपनियों पर ध्यान दे रही है।