नये वित्तीय वर्ष से जिले की 733 लोकेशन बढ़ेंगे प्रॉपर्टी के दाम
भोपाल
राजधानी के आईएसबीटी और परी बाजार स्थित पंजीयन दफ्तर में रजिस्ट्री कराने वालों की भीड़ लग रही है। वजह है- एक अप्रेल से जहां 733 लोकेशन पर जमीनों की दरें बढ़ाई जा रही हैं, वहीं नवरात्र चल रहा है इसलिए बड़ी संख्या में लोग रजिस्ट्री कराने पहुंच रहे हैं। सात दिनों के आंकड़ों को देखे तो रजिस्ट्री का ग्राफ 4800 तक पहुंच गया है।
अफसरों की माने तो 31 तक यही हालात बने रहेंगे। दरअसल, नये वित्तीय वर्ष से जिले की 733 लोकेशन पर दरें बढ़ाई जा रही हैं। इससे रजिस्ट्री कराने के लिए अधिक स्टॉम्प शुल्क चुकाना होगा। दूसरा नवरात्रि का शुभ मुहूर्त भी। यही कारण है कि प्रॉपर्टी के खरीददार पंजीयन दफ्तरों के बाहर लाइन लगाकर खड़े हैं। छुट्टी के दिन भी लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसमें अधिकांश लोग वो हैं, जो बाहर से आ कर प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करा रहे हैं।
नहीं हुई जिला मूल्यांकन समिति की बैठक
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए तैयार की गई प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन को लेकर जिला मूल्यांकन समिति की फाइनल बैठक 20 मार्च को होनी थी, लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया। अब बैठक को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पा रही है। सूत्रों की मानें तो प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस संबंध में आज इसे फाइनल किया जा सकता है। इसे स्वीकृति के लिए केन्द्रीय मूल्यांकन समिति को भेज दिया जाएगा। जहां स्वीकृति के बाद इसे एक अप्रैल से लागू कर दिया जाएगा।
नवरात्र त्योहार को देखते हुए खोले 975 स्लॉट
- नवरात्र में रजिस्ट्री का आंकड़ा बढ़ जाता है। यही कारण है कि पंजीयन कार्यालय ने 975 स्लॉट खोले हैं। नवरात्रि के पहले तक स्लॉट की संख्या 800 थी।
- भोपाल में 13 सब रजिस्ट्रार हैं। प्रत्येक के पास 75-75 स्लॉट हैं। अगर ये 8 घंटे ड्यूटी करते हैं तो प्रत्येक रजिस्ट्री पर करीब साढ़े छह मिनट का समय देना होगा।
- अवकाश के दिनों में भी पंजीयन कार्यालय खोले जा रहे हैं। सबसे अधिक रजिस्ट्री नवरात्र के दौरान ही हुई। गुरुवार को रिकार्ड तोड़ 700 रजिस्ट्री दर्ज की गई थी।
- नेटवर्क के कारण बीच-बीच में दस्तावेज अपलोड करने में परेशानी भी हो रही है। पिछले साल एक दिन में सबसे अधिक 800 रजिस्ट्री दर्ज की गई थी।
- वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए तैयार की गई कलेक्टर गाइडलाइन में इस बार अफसरों ने बेतहाशा वृद्धि की हुई है। यह वृद्धि कई स्थानों पर 100 फीसदी तक है। ऐसे में लोग इस बढ़ोत्तरी से बचने के लिए लाइन लगाकर रजिस्ट्री व अन्य दस्तावेज रजिस्टर्ड करा रहे हैं।