मोना सुस्तानी ने छोडा ‘हाथ’ का साथ, प्रीतम लोधी की हुई घर वापसी
भोपाल.
चुनावी साल में मप्र कांग्रेस को रविवार को एक झटका लगा। दिग्विजय सिंह की करीबी मानी जाने वाली कांग्रेस नेत्री मोना सुस्तानी ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा कार्यालय में जेपी नड्डा की मौजूदगी में सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
देश- प्रदेश में कांग्रेस का बुरा हाल हैं। कांग्रेस के सामने अब एक और बड़ी मुश्किल आ गई हैं। मिली जानकारी के अनुसार आज कांग्रेस पार्टी के एक दो नहीं तीन नेताओं ने बीजेपी का दामन धाम लिया हैं। ऐसे कांग्रेस पार्टी की मुस्किले बढ़ गई हैं। पहले कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हुई जिससे पार्टी में घनघोर सन्नाटा छा गया था और अब कांग्रेस पार्टी को इस खबर ने झकझोर दिया हैं।
आज यानी रविवार को कांग्रेस के तीन नेताओं ने कांग्रेस का त्याग कर दिया हैं और खुद को बीजेपी पार्टी को समर्पित कर दिया हैं। कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेता में मोना सुस्तानी, प्रीतम लोधी व एक पूर्व सांसद का नाम शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार आज जेपी नड्डा के सामने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ये तीनों नेता शपथ ग्रहण करेंगे।
गौरतलब है कि, प्रीतम लोधी की वापसी के कयास लम्बे समय से लगाए जा रहे थे बीते दिनों श्री लोधी की मुलाकात कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह से होने के बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई थी, लेकिन कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर अब विराम लग गया हैं। इस बात की पक्की खबर हैं कि,
प्रीतम लोधी की बीजेपी में वापसी हो रही हैं। बीजेपी संगठन और प्रीतम लोधी के बीच बात-चीत हुई हैं और अपनी-अपनी शर्ते दोनों ने आमने सामने रखकर समझोता किया हैं। प्रीतम लोधी ने बीजेपी को ही अपना संगठन बताकर भावनात्मक सन्देश आला नेताओं तक पंहुचा कर खुद को बीजेपी नेता के रूप में स्थापित करने में सफलता प्राप्त की हैं।
वहीँ मोना सुस्तानी के मामले में स्थानीय नेताओ ने संगठन के बड़े नेताओं तक मोना सुस्तानी की महत्वाकांक्षाओं को पहुंचने का काम किया, दोनों तरफ से चर्चा के बाद मोना सुस्तानी बीजेपी में आने को तैयार हुई और अब वह जल्द ही बीजेपी की प्राथमिक सदस्य होगी।
उल्लेखनीय है कि मोना सुस्तानी के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकले काफी समय से चल रही थी। मोना सुस्तानी को कांग्रेस पार्टी द्वारा 2019 के लोकसभा चुनाव के समय उम्मीदवार बनाया था। उनका सामना भाजपा के तत्कालीन सांसद रोडमल नागर से हुआ था। हालांकि इस चुनाव में मोना सुस्तानी को करारी हार का सामना करना प़डा था व अब तक के इतिहास में सबसे अधिक 4 लाख 28 हजार से अधिक वोटों से हारी थी। इसके पहले वह कांग्रेस की कार्यकारी जिलाध्यक्ष रही है। वह दो बार जिला पंचायत सदस्य व एक बार जनपद सदस्य भी रही हैं। उनके पति ललित सुस्तानी राजगढ़ के जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके ससुर गुलाबसिंह सुस्तानी राजगढ से दो बार विधायक व दिग्विजयसिंह सरकार में एमपी एग्रो के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
पहले से लिखी जा चुकी थी पटकथा
हाल ही में जिस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजगढ़ जिले से सटे आगर जिले से होकर गुजरी, उस समय जिले के सारे नेता राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में लगे थे, लेकिन मोना सुस्तानी उस पूरे समय में उक्त आयोजनों से दूर थी व जिले से बाहर थी। इसके अलावा वह कुछ समय पहले ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली जाकर भी मिली थी। हालांकि इसके पीछे उन्होंने निजी कार्य बताया था। इसके अलावा वह काफी समय से कांग्रेस के पार्टीगत कार्यक्रमों से दूर थी।
वह आयोजनों, धरना-प्रदर्शनों मे भी भाग नहीं ले रही थी। इसी बीच रविवार को उन्होंने भाजपाध्यक्ष जेपी नडडा के समक्ष भोपाल में भाजपा की सदस्यता ले ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री नरोत्तम मिश्रा मौजूद थे।