राजस्थान से निकालकर वसुंधरा राजे को दिल्ली लाने की तैयारी, चुनाव से पहले BJP का बड़ा संदेश
राजस्थान
भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को पदाधिकारियों में फेरबदल किए हैं। नई सूची के अनुसार, तेलंगाना भाजपा प्रमुख संजय बंदी को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया है। वहीं, उत्तर प्रदेश से सांसद राधामोहन अग्रवाल की भी महामंत्री के तौर पर एंट्री हुई है। इसके अलावा भी अनिल एंटनी जैसे नेता भी संगठन में शामिल हुए हैं। खास बात है कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस बार भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर बनी हुई हैं, जिससे प्रदेश की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। भाजपा ने पूर्व सीएम राजे को दोबारा पार्टी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही संकेत मिलने लगे हैं कि पार्टी उन्हें राजस्थान से लाकर दिल्ली में बड़ी भूमिका दे सकती है। हालांकि, अब तक भाजपा नेतृत्व या प्रदेश इकाई की ओर से इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। कहा जा रहा है कि राजे लगातार भाजपा आलाकमान से आगामी चुनाव में उनकी भूमिका साफ करने के संदेश पहुंचा रहीं थीं।
पीएम मोदी और राजे की केमिस्ट्री
राजस्थान की सत्ता में भाजपा की दावेदारी मजबूत करने पहुंचे पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी राजे के कामों की तारीफ कर चुके हैं। साथ ही कार्यक्रमों में भी उनकी मौजूदगी खासतौर पर देखी जा रही है। अब इसके साथ ही राजस्थान की राजनीति में समीकरण बदलने की भी संभावनाएं बढ़ गई हैं। दरअसल, यह कहा जाने लगा था कि भाजपा में राजे को साइडलाइन कर दिया गया है।
कौन देगा चुनौती?
राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को राजे का बड़ा विरोधी माना जाता है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के जरिए भी भाजपा ने राजस्थान में नया नेता तैयार करने की कोशिश की थी। माना जाता है कि इन चेहरों के जरिए भाजपा ने राजे को राजस्थान में बाहर लाने की कोशिश की, लेकिन दो बार की मुख्यमंत्री हमेशा प्रदेश की राजनीति में ही दिलचस्पी दिखाती नजर आईं।
राजस्थान में सीएम का चेहरा कौन होगा?
खास बात है कि कांग्रेस शासित राज्य में भाजपा के लिए हालिया सर्वे सुखद संकेत लाया है। वहीं, पार्टी मौजूदा तस्वीर में प्रदेश इकाई में जारी कथित आंतरिक तकरार को भी रोकने में जुटी हुई है। इसके अलावा भाजपा राजे को खुलकर सीएम उम्मीदवार के तौर पर दिखाने में भी कतरा रही है। अब तक भाजपा ने माहौल बना रही है कि पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव में सामूहिक नेतृत्व के तहत चुनाव लड़ेगी। साथ ही पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही सबसे बड़ा चेहरा दिखा रही है।
अगस्त तक आ सकता है फैसला
कहा जा रहा है कि भाजपा राजस्थान में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर अगस्त के पहले सप्ताह तक फैसला ले सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया कि राज्य में राजे के प्रभाव को देकते हुए भाजपा नेतृत्व उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने पर विचार कर रहा है, लेकिन सीएम उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा करने में संकोच कर रहा है।
जेपी नड्डा से की थी मुलाकात
जून में ही राजे ने दिल्ली पहुंचकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात की थी। कहा जा रहा है कि राजे दिल्ली में सक्रिय होने के बाद भी राजस्थान में टिकट वितरण में सक्रियता दिखा सकती हैं।