मतगणना के लिए तैयारी पूरी, मतगणना कॉप्लेक्स क्या होंगे एंट्री के रूल्स, निर्देश हुए जारी
भोपाल
17 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुका है और 3 दिसंबर को मतगणना के लिए राजनैतिक दल और प्रत्याशी अभी से भारी मशक्कत कर रहे हैं जिससे कि अंतिम प्रयासों में कोई कमी न रह जाए किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो। दरअसल, पूरी चुनावी प्रक्रिया का अंतिम चरण मतगणना होती है जिसमें जो भी निर्णय मतदाता ने दिया है। इसका खुलासा होता है प्रदेश में विभिन्न चुनाव के दौरान कुछ ऐसी भी अवसर आए जब मतगणना पर सवाल उठाए गए।
पुनः मतगणना कराई गई लेकिन लेकिन इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है और जरूरी नहीं कि पुनः मतगणना का आदेश हो ही जाए। इस कारण मतगणना के लिए किसी भी प्रकार की रिस्क ना तो राजनीतिक दल लेना चाहते हैं और ना ही उम्मीदवार। 18 नवंबर से ही सभी मतगणना की तैयारी में जुट गए हैं। इसके लिए माहौल बनाने के लिए अपने तर्क दिए जा रहे हैं। प्रत्याशी की जीत के साथ-साथ सरकार बनाने के लिए भी दोनों ही प्रमुख दलों के बढ़ चढ़कर दावे हैं। यही नहीं विभिन्न प्रकार के एग्जिट पोल भी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट का हवाला देकर अपनी – अपनी जीत के दावे बताते हुए आंकड़े प्रस्तुत किए जा रहे हैं। जिससे अब आम नागरिक भी भ्रमित हो गया है और वह है 3 दिसंबर का इंतजार कर रहा है।
बहरहाल, भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा के प्रमुख नेताओं की बैठक हो चुकी है जिसमंे मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की गई और यह भी तय किया गया कि जिला इस्तर पर काउंटिंग एजेंट को ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें उन्हें सिखाया जाएगा कि मतदान के समय पूरी तरह मुस्तैद रहे। कहीं भी किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका हो तो तुरंत आपत्ति लें और अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत करायें। यदि अधिकारी ध्यान ना दें तो पार्टी नेताओं को सूचित करें। मतगणना स्थल पर किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आना है। वही दूसरी ओर प्रमुख पक्षी दल कांग्रेस में भी मतगणना की तैयारी करने के लिए 26 नवंबर को भोपाल में सभी उम्मीदवारों और इलेक्शन एजेंट की बैठक बुलाई है। जिसमें 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना के संबंध में विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा एवं से जुड़ी किसी भी गड़बड़ी को किस तरह रोका जाए।
उन्हें बताया जाएगा और किस तरह काउंटिंग पर नजर के साथ मतगणना केंद्रो पर क्या सावधानी रखी जाए, इसको भी समझाया जाएगा। पार्टी ने सतर्कता बरतें हुए प्रत्याशियों से वोटिंग के दौरान पीठासीन अधिकारी से मिली फोटो की जानकारी एकत्रित कर ली है। साथ ही काउंटिंग के दौरान मिलान किया जा सक।े पार्टी एक तरफ जहां ईवीएम की सुरक्षा को लेकर लगातार चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग कर रही है। वहीं जिलों में प्रत्याशी स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पर नजर बनाए हुए हैं। बारी-बारी से पहरा दे रहे हैं। रात्रि जागरण भी कर रहे हैं।
कुल मिलाकर पूरी चुनावी प्रक्रिया में जितनी सावधानी नहीं बरती, उससे कहीं ज्यादा सतर्कता मतगणना को लेकर दोनों ही प्रमुख दल दिख रहे हैं। एक तरफ जहां जीत का माहौल सत्ता में आने का विश्वास पैदा किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मतगणना पर पूरा फोकस करते हुए मस्कत कर रहे हैं।
विधानसभा निर्वाचन के तहत जिले की चारो विधानसभा में हुए मतदान की मतगणना तीन दिसम्बर को शासकीय महिला पालीटेक्निक कालेज में होगी। मतगणना कार्य सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को दायित्व सौंपे गए है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण सिंह ने जिला पंचायत सभाकक्ष में मतगणना कार्य में संलग्न अधिकारियों की बैठक आयोजित की।
बैठक में उन्होंने सभी सहायक अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी के साथ समन्वय कर मतगणना की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चत करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी मतगणना प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करें, उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि मतगणना के लिए सभी आवश्यक सामग्रियों एवं साधनों की उपलब्धता समय पूर्व कर ली जाए, उन्होंने कहा कि मतगणना परिसर में बिना पास के किसी को भी प्रवेश न दिया जाए। पासधारी व्यक्तियों को भी गेट पर गहन तलाशी के बाद ही प्रवेश दिया जाए। प्रत्याशियों के एजेंट भी बिना पास के अंदर नहीं जा सकेंगे।
कलेक्टर सिंह ने मतगणना स्थल पर गणना टेबलें, लाइट, पेयजल, माईक, संचार, भोजन, चिकित्सा, सारणीकरण की व्यवस्था, विधानसभावार कम्यूटराइजेशन के लिए कम्प्यूटर व्यवस्था, मीडिया कक्ष, मतगणना दलों का प्रशिक्षण, प्रत्येक गणना कक्ष में डिस्प्ले बोर्ड लगाने, सीसीटीवी कैमरे, गणना एजेन्टों के आने-जाने की व्यवस्था।
साउण्ड, मतगणना संबंधी समस्त टेबुलेशन कार्य, मतगणना के लिए परिचय पत्र जारी करना, डाक मतपत्रों की गणना का पर्यवेक्षण, फर्नीचर, बैरिकेटिंग, स्वास्थ्य कैम्प सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी, सहायक कलेक्टर अर्पित गुप्ता, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी वृन्दावन सिंह, डिप्टी कलेक्टर मनीष शर्मा सहित सभी नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी उपस्थित थे।