प्रशांत किशोर को मिली पहली बड़ी चुनावी सफलता, MLC चुनाव में जीते अफाक अहमद
पटना
चुनावी रणनीतिकार के तौर पर प्रशांत किशोर को काफी सफलता मिली है। लेकन अब चुनावी रणनीतिकार की भूमिका को छोड़ प्रशांत किशोर मुख्य धारा की राजनीति में शामिल हो गए हैं। मुख्यधारा की राजनीति में पीके को पहली बड़ी सफलता मिली है। इस बीच प्रशांत किशोर को मुख्य धारा की राजनीति में पहली बाड़ी सफलता मिली है। जन सुराज अभियान के दौरान प्रशांत किशोर ने अफाक अहमद को अपना समर्थन दिया था, जिन्हें बिहार में सारण शिक्षक निर्वाचन सीट से विधान परिषद के चुनाव में जीत मिली है।
674 वोट से जीते आफाक अहमद अफाक अहमद को सारण से जीत मिली है, उन्होंने सत्तारूढ़ महागठबंधन समर्थित सीपीआई उम्मीदवार आनंद पुष्कर को 674 वोट से हरा दिया है। बता दें कि यह सीट पुष्कर के पिता केदार नाथ पांडे के निधन के बाद खाली हुई थी। जिसपर अफाक अहमद ने जीत दर्ज की है। सारे किले ढह गए अफाक की जीत के बाद अपनी जन सुराज यात्रा के 187वें दिन प्रशांत किशोर ने कहा कि हमे जिस तरह का फीडबैक मिल रहा है, लोग बहुत नाराज हैं, चंपारण को भाजपा का गढ़ माना जाता है, जबकि सीवान, छपरा और गोपालगंज को आरजेडी का किला माना जाता है। लेकिन ये सारे गढ़ एक किसान के बेटे के सामने ढह गए। यह सामान्य मामला नहीं है।
बता दें कि सारण की टीचर्स विधानसभा क्षेत्र में ईस्ट-वेस्ट चंपारण, सिवान, सारण और गोपालगंज आते हैं। 35 साल दी सेवा अफाक अहमद की बात करें तो वह बेतिया में आमना ऊर्दू हाई स्कूल में बतौर शिक्षक सेवारत थे। लेकिन उन्होंने समय से पहले ही सेवानिवृत्ति ले ली। 35 साल तक बतौर शिक्षक अपनी सेवाएं देने के बाद आफाक अहमद ने 59 वर्ष की आयु में रिटायरमेंट ले लिया। इसके बाद उन्होंने विधान परिषद का चुनाव निर्दलीय लड़ा था। उन्हें प्रशांत किशोर ने अपना समर्थन दिया था, जिसके बाद आफाक को चुनाव में जीत मिली है। जन सुराज किसी के वोट नहीं काटती बता दें कि प्रशांत किशोर ने जन सुराज अभियान की शुरुआत पिछले साल बिहार में पदयात्रा के साथ की थी। सारण जिले में गुरुवार को अपनी यात्रा के दौरान बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं आफाक अहमद की जीत से खुश हूं। पीके ने कहा कि जन सुराज ना तो भाजपा के वोट काटेगी और ना हीआरजेडी के वोट काटेगी। जनता इन लोगों को साफ कर देगी। मैंने कुछ भी नहीं किया, बल्कि महागठबंधन और भाजपा दोनों ही सारण में डरी हुई हैं। अहमद किसान के बेटे हैं, उन्होंने बिना पैसा खर्च किए जीत दर्ज की है। प्रशांत किशोर ने कहा कि 6 जिलों के शिक्षकों ने इसमे वोट दिया। लोगों ने जन सुराज उम्मीदवार को अपना वोट दिया।