अथर्व तायडे के इस फैसले की तारीफ करें या आलोचना? अश्विन की राह पर चल टीम के लिए दे दी कुर्बानी
नई दिल्ली
पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच बुधवार रात खेला गया आईपीएल 2023 का 64वां मुकाबला रोमांच से भरा रहा। इस मैच के दौरान पीबीकेएस के बल्लेबाज अथर्व तायडे ने कुछ ऐसा किया जो क्रिकेट के मैदान पर काफी कम बार देखने को मिलता है। वहीं आईपीएल के इतिहास में ऐसा मात्र दूसरी ही बार हुआ है। दरअसल, पंजाब की बैटिंग के दौरान जब अथर्व तायडे टीम के लिए तेजी से रन नहीं बना पा रहे थे तो उन्होंने रिटायर आउट होने का फैसला किया। इसमें खिलाड़ी बिना आउट हुए अपनी मर्जी से पवेलियन लौट सकता है। ऐसे में उसे अंपायर को अपने इस फैसले के बारे में बताना होता है और वह एक बार मैदान छोड़ने के बाद वापस बल्लेबाजी करने नहीं आ सकता। पिछले साल लकनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ एक मुकाबले में रविचंद्रन अश्विन ने भी ऐसा किया था।
दूसरे ओवर की पहली गेंद पर शिखर धवन के आउट होने के बाद अथर्व तायडे नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। पहले उन्होंने प्रभसिमरन के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की, वहीं इसके बाद उन्होंने लियाम लिविंगस्टोन के साथ 78 रन जोड़े। तायडे ने इस दौरान 42 गेंदों पर 55 रन बनाए।आखिरी 5 ओवर में जब टीम को 86 रनों की दरकार थी तो अथर्व तायडे को लगा कि डगआउट में बैठे बल्लेबाज ऐसी स्थिति में बल्लेबाजी करने का ज्यादा कौशल रखते हैं साथ ही टीम का प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए यह मैच जीतना महत्वपूर्ण था। ऐसे में उन्होंने खुद को रिटायर आउट करने का फैसला किया।
अथर्व के इस निर्णय के बाद कोई उनकी आलोचना कर रहा था तो कोई उनकी तारीफ। तारीफ इस वजह से हो रही थी कि उन्होंने टीम हित में फैसला लिया, वहीं आलोचना लोग इसलिए कर रहे थे कि अगर उन्हें रिटायर आउट होना ही था तो वो पहले भी हो सकते थे। वहीं कुछ फैंस का कहना था कि आके खिरी ओवर में अगर लिविंगस्टोन के साथ अथर्व जैसा सेट बल्लेबाज क्रीज पर होता तो शायद मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।
दरअसल, तायडे के जाने के बाद रन बनाने का सारा जिम्मा लिविंगस्टोन पर आ गया था। दूसरे छोर पर बल्लेबाजों का आने जाने का सिलसिला लगा रहा, मगर कोई लगातार बड़े शॉट नहीं लगा पाया। अथर्व तायडे टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाकर रिटायर आउट होने वाले बल्लेबाज बने हैं। जी हां, इसी के साथ आपको एक और आंकड़ा बताते हैं कि आईपीएल 2022 से पहले जब अश्विन पहली बार रिटायर आउट हुए थे, उससे पहले टी20 क्रिकेट में सिर्फ तीन बार ऐसा हुआ था। वहीं अश्विन के बाद कुल 11 खिलाड़ी इस फॉर्मेट में रिटायर आउट हुए हैं।