प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना : मातृत्व का सम्मान और सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ते कदम
भोपाल
माँ बनना हर महिला के जीवन का सबसे खास और भावनात्मक अनुभव होता है। यह एक ऐसा सफर है, जो न केवल शारीरिक बदलाव लाता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्तर पर भी गहराई तक प्रभावित करता है। सतना जिले की ग्राम बिलाईखार, ग्राम पंचायत सूरजपुरा निवासी पूजा यादव भी इस बात का समर्थन करती हैं। पूजा कहती है कि माँ बनना जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। इस वक्त मिली उचित सलाह और सहायता बहुत मददगार साबित होती है। भारत में गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा, पोषण और स्वास्थ्य का ख्याल रखने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना की शुरूआत की गई थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना एक भावनात्मक रूप से संवेदनशील पहल है, जो हर गर्भवती महिला के भीतर सुरक्षा और आशा की भावना को जन्म देती है। इससे वह न केवल अपने लिये, बल्कि अपने बच्चे के भविष्य के लिये भी एक स्वस्थ और सुरक्षित जीवन की नींव रख सकती है।
पूजा कहती हैं कि जब पहली बार वे गर्भवती हुईं, तो उन्हें आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना के बारे में जानकारी मिली। पूजा को गर्भावस्था के पंजीकरण के समय तीन हजार रुपये की पहली किश्त मिली। इस दौरान पूजा ने पोषक तत्वों से भरपूर फल, सब्जियाँ और अन्य जरूरत के सामान की खरीददारी की। पूरे गर्भावस्था के दौरान पूजा स्वस्थ रही और इसके बाद उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद और पहला टीका लगवाने पर उसे 2 हजार रुपये की दूसरी किश्त मिली। पूजा पीएमएमवीवाय के तहत मिली आर्थिक सहायता को मील का पत्थर मानती हैं।
मध्यप्रदेश 5 वर्षों से लगातार प्रथम स्थान पर
उल्लेखनीय है कि पूजा जैसी लगभग 43 लाख से अधिक प्रदेश की महिलाओं को पीएम मातृ-वंदना योजना का लाभ मिला है। मध्यप्रदेश योजना के प्रारंभ से वर्ष 2022-23 तक निरंतर 5 वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर है। कामकाज पर जाने, पारिवारिक स्थिति अच्छी न होने के कारण गर्भावस्था में पोषण हमेशा हाशिये पर रहता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को मजदूरी की हानि की आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में नगद प्रोत्साहन प्रदान करने और द्वितीय प्रसव पर बालिका जन्म को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना चलाई जा रही है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के तहत प्रदेश के समस्त जिलों में योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना के प्रारंभ से अब तक लगभग 43.81 लाख हितग्राहियों का पंजीयन कर 1210 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना का लाभ हर पात्र हितग्राही को मिले, इसके लिये महिला-बाल विकास विभाग के नेतृत्व में 100 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान संकल्प-एचईडब्ल्यू के तहत मातृत्व लाभ सप्ताह का आयोजन किया गया। इसमें लाभार्थियों के साथ इन्टरेक्टिव सत्रों के माध्यम से ईएमएमवीवाय के लाभों के प्रभाव का आंकलन किया गया। इसी क्रम में 2 से 30 सितम्बर, 2024 तक विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान राष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक 61 हजार 207 नवीन हितग्राहियों का पंजीयन किया गया।