बिलासपुर
सोशल मीडिया और Whatsapp पर चीजें तेजी से वायरल होती हैं. कई बार ऐसा होता है की दंगे जैसे असामाजिक घटनाओं में सोशल मीडिया और whatsapp का भी इस्तेमाल होता है. इनके जरिए कई बार ऐसी बातें, तस्वीरें या वीडियो वायरल हो जाते हैं जिनके कारण समाज में टकराव या अन्य अपराधिक घटना होने की आशंका बन जाती है. इसे रोकने के लिए और समाज के लोगों को जागरूक और सतर्क करने के लिए बिलासपुर पुलिस ने सूचना जारी कर चेतावनी दी है.
बिलासपुर पुलिस ने सभी सोशल साइट्स के ग्रुप एडमिन को सूचित करते हुए कहा है की वह ध्यान रखें कि उनके ग्रुप से कोई भी गलत खबर, विवादित पोस्ट, विवादित बातें, साम्प्रदायिक सौहार्द से जुड़ी चीजें शेयर या वायरल न की जाएं. ग्रुप के सदस्यों के लिए भी कहा की सदस्य दो पक्षों में विवाद बढ़ाने, दो गुटों में तनाव बढ़ाने या किसी जाति के मध्य वेमनस्यता फैलाने वाले कोई भी मैसेज, पोस्ट, चित्रण या वीडियो प्रसारित न करें.
एडमिन होगा जिम्मेदार
अगर कोई ऐसा करता है तो यह ग्रुप एडमिन की जिम्मेदारी होगी की उक्त बातों को प्रसारित करने के लिए मना करें. अगर ग्रुप का सदस्य बात नहीं मानता है उसे तत्काल ग्रुप से हटा दें. पुलिस ने कहा कि अगर ग्रुप एडमिन के द्वारा उक्त जिम्मेदारी नहीं निभाई जाती है तो ग्रुप एडमिन को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा. यह ग्रुप एडमिन की जिम्मेदारी होगी कि उसके ग्रुप में ऐसी कोई भी बात या पोस्ट वायरल न हो वरना एडमिन भी पुलिस की जांच के घेरे में होगा.
बेमेतरा हिंसा का मामला अभी गर्म
बिलासपुर पुलिस ने बेमेतरा में हुई धार्मिक हिंसा को देखते हुए यह सूचना जारी किया है. बेमेतरा में दो पक्षों के बीच हुई हिंसा के बाद मंगलवार को पास के गांव में 2 लाशें और मिली है. जिससे मामला अब और गर्म हो गया है. ऐसी स्थिति को शहर में बढ़ावा देने या होने से रोकने के लिए बिलासपुर पुलिस ने यह सूचना जारी की है.