छत्तीसगढराज्य

अभा कवि सम्मेलन में कवियों ने देर रात तक श्रोताओं को बांधे रखा

कवर्धा

साईनाथ फाउंडेशन के द्वारा दो दिवसीय जश्न ए जबाँ के चौथे संस्करण का आयोजन किया गया जिसमें अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों ने देर रात तक श्रोताओं को बांधे रखा। दो दिनों में दस सत्रों में विभिन्न साहित्यिक, सांगीतिक, कलात्मक व रचनात्मक प्रस्तुतियां दी गई। प्रदेश स्तरीय कलमकार की खोज के ग्रैंड फिनाले में वरिष्ठ वर्ग से कवर्धा के कार्तिक मानिकपुरी प्रथम, दुर्ग के ओमवीर करण द्वितीय व दुर्ग की ही शशि तिवारी तृतीय रहीं, वहीं कनिष्ठ वर्ग से बेमेतरा के पीके कमाल प्रथम, कांकेर के आलोक गुप्ता द्वितीय व तीसरे स्थान पर कवर्धा के ही पुनीत पटेल रहे।

महोत्सव का प्रारंभ युवा नृत्य साधिका शोर्मिष्ठा घोष द्वारा भरतनाट्यम की नयनाभिराम प्रस्तुति दी गई व उसके बाद मुम्बई से आईं लोकप्रिय युवा सितार वादिका मेघा राउत की सधी हुई जिनका साथ तबले पर युवा तबला वादिका पूनम सरपे ने दिया। उसके बाद आयोजित प्रथम दिवस के सम्मान समारोह में आमंत्रित अतिथियों नपाध्यक्ष ऋषि शर्मा, जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी, मनरेगा समिति सदस्य कलीम खान, जिला कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार तिवारी व नपा उपाध्यक्ष जमील खान ने कलमकार की खोज के विजेताओं व आमंत्रित कलाकारों को सम्मानित किया। साथ ही समाजहित में उत्कृष्ट कार्य कर रहे चुनिंदा व्यक्तियों व संस्थाओं को कवर्धा जिला गौरव सम्मान प्रदान किया। प्रथम दिवस के अंतिम सत्र में मुख्य आकर्षण के रूप में प्रदेश की अत्यंत लोकप्रिय युवा लोकगायिका स्वर कोकिला आरु साहू की प्रस्तुति ने दर्शकों को देर रात तक झूमने को मजबूर कर दिया।

इस महोत्सव के द्वितीय दिवस के कार्यक्रमों में युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से ओपन माइक का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत साहित्य, गायन व नृत्य सहित विविध विधाओं में कथक साधक सचिन कुम्हरे, युवा गायक शिवम सोनी, पतंजलि योग सेवा समिति द्वारा योग की संगीतमय प्रस्तुति के साथ पंद्रह अन्य युवाओं ने कविता व गायन की अपनी प्रस्तुति दी। युवा नृत्य साधिका आँचल पाण्डेय व ज्योतिश्री बोहिदार वैष्णव द्वारा क्रमश: ओडिसी व कथक नृत्य की मनोरम प्रस्तुति दी गई। तीसरे सत्र में प्रदेश की ही युवा स्वर कोकिला श्रद्धा मण्डल ने अपने अद्वितीय गायन से उपस्थित हजारों श्रोताओं का मन मोह लिया। दो दिवसीय इस साहित्यिक-सांस्कृतिक महोत्सव का समापन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे, लोक कवि मीर अली मीर, अलीगढ़ से आईं अंतरराष्ट्रीय शायरा मुमताज नसीम, अम्बेडकनगर से आए वीर रस के विख्यात कवि अभय निर्भीक व दुर्ग से आने वाले ओज के युवा कवि मयंक शर्मा ने देर रात तक कवर्धा के साहित्य प्रेमियों को अपनी कविताओं से जोड़े रखा।

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