लद्दाख पर झूठ बोलते हैं पीएम मोदी, नक्शा विवाद में राहुल गांधी की भी एंट्री
नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने फिर चीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि लद्दाख मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठ बोल रहे हैं। हाल ही में चीन ने विवादित नक्शा जारी किया था, जिसमें अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन, ताईवान और विवादित दक्षिण चीन सागर का भी जिक्र किया गया था। भारत सरकार ने चीन के इस नक्शे को खारिज कर दिया है।
कर्नाटक रवाना हो रहे राहुल ने एयरपोर्ट पर इस मामले में सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'मैं सालों से कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कहते हैं कि लद्दाख में एक इंच जमीन भी नहीं गंवाई है, यह झूठ है। पूरा लद्दाख जानता है कि चीन ने कब्जा किया है। नक्शे का यह मामला बहुत ही गंभीर है। उन्होंने जमीन छीन ली है। पीएम को इस बारे में कुछ कहना चाहिए।'
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गृहलक्ष्मी योजना का आगाज करने जा रही है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'कर्नाटक की कांग्रेस सरकार अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की मौजूदगी में महिलाओं के लिए दुनिया की सबसे बड़ी कल्याणकारी योजना, गृहलक्ष्मी योजना लॉन्च करने जा रही है।'
भारत ने दर्ज कराया विरोध
भारत ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को चीन के मानचित्र में दिखाए जाने के संबंध में पड़ोसी देश के दावों को मंगलवार को 'आधारहीन' बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि चीनी पक्ष के ऐसे कदम सीमा से जुड़े विषय को केवल जटिल ही बनाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन के तथाकथित 'मानक मानचित्र' के 2023 के संस्करण के बारे में पूछे गए सवालों पर कहा, 'हमने चीन के तथाकथित 'मानक मानचित्र' के 2023 के संस्करण पर राजनयिक माध्यमों के जरिये आज कड़ा विरोध दर्ज कराया है जो भारतीय क्षेत्र पर दावा करता है।' बागची ने कहा, 'हम इन दावों को खारिज करते हैं जिसका कोई आधार नहीं है। चीनी पक्ष के ऐसे कदम सीमा से जुड़े विषय को केवल जटिल ही बनाएंगे।'
चीन ने एक दिन पहले ही अपने 'मानक मानचित्र' का 2023 का संस्करण आधिकारिक रूप से जारी किया था जिसमें अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन, ताईवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को भी दर्शाया गया है। चीन के सरकारी समाचारपत्र ग्लोबल टाइम्स ने 'एक्स' पर लिखा, 'चीन के मानक मानचित्र का 2023 संस्करण आधिकारिक तौर पर सोमवार को जारी किया गया और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के स्वामित्व वाली मानक मानचित्र सेवा की वेबसाइट पर इसे जारी किया गया। यह मानचित्र चीन और दुनिया के विभिन्न देशों की राष्ट्रीय सीमाओं की रेखांकन विधि के आधार पर संकलित किया गया है।'