रायपुर
भाजपा के अल्पसंख्यक सम्मेलन को चुनावी बताते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अनुपम फिलिप ने कहा कि बीते 9 साल से देश के अल्पसंख्यकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है। भाजपा से जुड़े हुए लोग अल्पसंख्यकों को देशद्रोही तक ठहरा दिए हैं। अल्पसंख्यकों को मिलने वाली सुविधाओं को खत्म कर दिया गया है। कई सुविधाओं में कटौती की गई है। भाजपा हमेशा से अल्पसंख्यक समुदाय के वर्गों के अहित के बारे में ही बातें करती है।
भाजपा शासित राज्यों में आज भी अल्पसंख्यक समुदायों के ऊपर हमले हो रहे हैं। उन्हें डराया और धमकाया जा रहा है। देश से भागने और देश छोड़कर जाने तक की धमकियां दी जाती है। ऐसे में देश में भाजपा के खिलाफ बढ़ते आक्रोश और विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार को देखते हुए भाजपा अब गिरगिट की तरह रंग बदलकर अल्पसंख्यक समुदाय के हितैषी होने का ढोंग कर रही है।
फिलिप ने कहा कि भाजपा को तो सबसे पहले अल्पसंख्यक समुदाय पर हुए अत्याचार के लिए माफी मांगनी चाहिये। भाजपाशासित राज्यों में मॉब लींचिंग की घटनाओं के दोषियों पर विधिक कार्यवाही करना चाहिए। भाजपा नेताओं के द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ की गई अभद्र वक्तव्य एवं व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए। अल्पसंख्यक समुदाय को केंद्र से मिलने वाली सारी सुविधाओं को पूर्व की तरह ही शुरू किया जाना चाहिए। अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ वैमनष्यता और नफरत फैलाने वाले भाजपा नेताओं के ऊपर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ किये गये पापों के प्रायश्चित का कुप्रयास भाजपा कर रही है। भाजपा के नेता चुनावी भाषणों में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ जहर उगलकर इस वर्ग के प्रति घृणा का माहौल पैदा करते है। भय का वातावरण बनाकर वोट प्राप्त करने वाली भारतीय जनता पार्टी अब उनकी सुध लेने को तैयार है। 15 सालों में डॉ. रमन सिंह की सरकार ने कोई भी उल्लेखनीय कार्य अल्पसंख्यकों के पक्ष में नहीं किया है। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यकों का भरोसा खो चुकी है।