पैट कमिंस ने कप्तानी पारी खेल इंग्लैंड से चुकता किया 18 साल पुराना हिसाब, इसी मैदान पर 2 रन से हारा था ऑस्ट्रेलिया
नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया ने एशेज 2023 के पहले टेस्ट में इंग्लैंड को 2 विकेट से पटखनी देते हुए 5 मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। पैट कमिंस ने बल्ले से कप्तानी पारी खेलते हुए मेजबानों से 18 साल पुराना हिसाब चुकता किया। इसी मैदान पर 2005 में कंगारुओं को कुछ इसी तरह के लक्ष्य का पीछा करना था, मगर तब टीम महज 2 रनों से चूक गई थी। इस बार भी अंत में आकर ऑस्ट्रेलिया की हालत थोड़ी खस्ता हो गई थी, मगर पैट कमिंस की 44 रनों की कप्तानी पारी के दम पर टीम यह मैच जीतने में सफल रही। ऑस्ट्रेलिया को इस मैच को जीतने के लिए 281 रनों का लक्ष्य मिला था। कमिंस के अलावा सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने दूसरी पारी में 67 रनों का योगदान दिया।
2005 में ऑस्ट्रेलिया को मिला था 282 रनों का लक्ष्य
18 साल पहले जब ऑस्ट्रेलियाई टीम एशेज सीरीज खेलने इंग्लैंड आई थी तो इसी मैदान पर मेजबानों ने उनके सामने जीत के लिए 282 रनों का लक्ष्य रखा था। एंड्र्यू फ्लिंटॉफ की घातक गेंदबाजी के चलते कंगारू टीम महज 2 रन से यह मुकाबला जीतने से चूक गई थी। फ्लिंटॉफ ने उस मैच में कुल 4 विकेट चटकाए थे। इस मैच में भी ऑस्ट्रेलियाई लोअर ऑर्डर ने अच्छी बैटिंग करते हुए टीम को जीत की राह दिखाई थी, मगर वह लक्ष्य का पार नहीं कर पाए थे। शेन वॉर्न ने 42 तो ब्रेट ली ने नाबाद 43 रनों की पारी खेली थी।
पैट कमिंस ने चुकता किया हिसाब
अब पैट कमिंस ने कप्तानी पारी खेलते हुए इस हिसाब को चुकता कर दिया है। इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पारी 393 रनों पर घोषित कर दी थी। शायद यही बेबाक फैसला उनकी हार की वजह भी बना। दरअसल, जो रूट उस समय शतक बनाकर खेल रहे थे और इंग्लिश टीम के पास 8 विकेट शेष थे। पहले दिन अगर इंग्लैंड पारी घोषित नहीं करता तो उसके पास अपने स्कोर में इजाफा करने का मौका होता। खैर, इंग्लैंड के इस स्कोर के सामने ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में उस्मान ख्वाजा के शतक के दम पर 386 रन बनाए और वह इंग्लैंड के स्कोर से 7 रन पीछे रह गए।
इंग्लिश टीम ने अपनी दूसरी पारी में 273 रन बनाए और मेहमानों के सामने जीत के लिए 281 रनों का लक्ष्य रखा। मोर्डन डे क्रिकेट में यह लक्ष्य आसान था, मगर आखिरी दिन पहला सेशन बारिश की भेंट चढ़ने के बाद हर चीज इंग्लैंड के पक्ष में हो गई थी। इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने यह मैज जीत बड़ा कमाल किया।