पंचतत्व में विलीन हुए पंकज उधास
नई दिल्ली
सिनेमा के दिग्गज गजल गायक पंकज उधास परिवार, दोस्तों और अपने करोड़ों चाहने वालों को उदास करके हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया से चले गए। वह कैंसर से जूझ रहे थे और लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थी। गायक ने 26 फरवरी को 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। 27 फरवरी 2024 को पंकज उधास का अंतिम संस्कार था। पंकज उधास का आखिरी दर्शन करने बॉलीवुड के कई सितारे उनके घर पहुंचे। विद्या बालन से लेकर शंकर महादेवन, जाकिर हुसैन और कई सिंगर्स और एक्टर्स ने नम आंखों से पद्म श्री विजेता को अंतिम विदाई दी।
राजकीय सम्मान से हुआ पंकज उधास का अंतिम संस्कार
पद्म श्री विजेता होने के चलते मंगलवार को पंकज उधास का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। तिरंगे में लिपटे पंकज को बैंड-बाजे और के साथ सलामी दी गई। साथ ही गन सैल्यूट भी किया गया। पंकज उधास के अंतिम संस्कार में पहुंचा हर कोई टूटा हुआ नजर आया, खासकर उनकी पत्नी और बेटियां। पंकज उधास की पत्नी फरीदा और उनकी बेटियां रीवा-नायाब अपने पति और पिता को खोने से एकदम टूट गई थीं। फरीदा बेसुध हो गई थीं और पति को खोने का दर्द उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था। वह जगह तो वह बेहोश होने की कगार पर आ गई थीं। बेटी और परिवार वालों ने फरीदा को संभाला।
पंकज उधास का करियर
जमींदार घराने से ताल्लुक रखने वाले पंकज उधास ने अपने करियर में कई सदाबहार गजलें गायी हैं। पंकज उधास के गीतों को आज भी उतना ही पसंद किया जाता है, जितना पहले पसंद किया जाता था। उनकी बेहतरीन गीतों और गजलों में ना कजरे की धार, आहिस्ता-आहिस्ता, और भला क्या मांगू, आज फिर तुमपे जैसे गीत शामिल हैं। संजय दत्त (Sanjay Dutt) स्टारर नाम के गाने चिट्ठी आई है से वह मशहूर हुए थे।