राजनांदगांव
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के शिल्पकार, योजना आयोग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों आईआईटी, आईटीएम जैसी विश्वस्तरीय संस्थाओं के माध्यम से स्वतंत्र भारत को ठोस नींव पर खड़े करने वाले सामाजिक न्याय के मसीहा व हरित क्रांति के जनक भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पं.जवाहर लाल नेहरू की 59वीं पुण्यतिथि पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम जी के निदेर्शानुसार, प्रदेश महासचिव व शहर कांग्रेस प्रभारी अरूण सिंह सिसौदिया के मागदर्शन व शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में 27 मई शनिवार को कांग्रेस भवन में संगोष्ठी सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अमित चद्रवंशी ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि आज स्थानीय कांग्रेस भवन में पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर सर्वप्रथम पूर्व प्रधानमंत्री स्व.पंडित जवाहर लाल नेहरू के तैलचित्र पर छग राज्य अंत्यावसायी निगम के अध्यक्ष श्री धनेश पाटिला, छग खादी एवं ग्रामोद्योग के सदस्य श्रीकिशन खंडेलवाल, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा व उपस्थित कांग्रेसजनों ने माल्यार्पण, पुष्प अर्पित कर संगोष्ठी सभा के माध्यम से उनके व्यक्तित्व, कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए अपनी बातें रखी।
छग राज्य अंत्यावसायी निगम के अध्यक्ष श्री धनेश पाटिला ने कहा कि पंडित नेहरू ने देश के लिए अनगिनत विकास संबंधित कार्य किए हैं, उनकी दूरदर्शिता का सबसे बड़ा प्रमाण है हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, औद्योगिक नीति के कुशलज्ञाता थे क्योंकि जब देश आजाद हुआ उस समय देश में औद्योगिक नीति का अभाव था। उस समय पंडित नेहरू की सुझबूझ से देश लगातार प्रगति व विकास की ओर अग्रसर हुआ। उनके शासनकाल में पंचवर्षीय योजनाएं, आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थान की स्थापना व भाखड़ा-नांगल बांध परियोजना, 1956 की औद्योगिक नीति संकल्प का जिक्र किया जाता है।