फिलिस्तीेन ने पूर्वी यरूशलम में नई बस्ती बनाने की इजरायल की योजना खारिज की
रामल्लाह
फिलिस्तीन ने पूर्वी यरुशलम में 450 मकानों वाली नई बस्ती बनाने की इजरायली योजना को खारिज कर दिया है। उसने कहा कि योजना में उन देशों की उपेक्षा की गई है जो दो-देश समाधान का समर्थन करते हैं।
फ़िलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा, इज़राइल की योजना उन देशों की उपेक्षा कर रही है जो बस्तियों को स्वी कार नहीं करते हैं। उन्होंकने कहा कि योजना का उद्देश्य यरुशलम में फ़िलिस्तीनी के आसपास के इलाकों, कस्बों और समुदायों को एक-दूसरे से अलग करना है।
इससे पहले इज़राइली अखबार हारेत्ज़ ने बताया कि इज़राइल पूर्वी यरुशलम में यहूदियों के लिए 450 आवास इकाइयां बनाने की योजना को आगे बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी येरुशलम में उम्म लिसान और जबल मुक्कबेर के फिलिस्तीनी गांवों के बीच एक नई यहूदी बस्ती की योजना एक दक्षिणपंथी कार्यकर्ता द्वारा संचालित एक रियल एस्टेट कंपनी द्वारा चलाई जा रही है।
मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा, इजरायली सरकार फिलिस्तीनी भूमि की कीमत पर अपने हितों के विस्तारवादी मानचित्र को लागू करने और यरुशलम पर कब्जे मजबूत करने में की ओर तेजी से बढ़ रही है।
इसमें कहा गया है, इन योजनाओं का उद्देश्य पूर्वी यरुशलम पर इजरायली कानून लागू करना और इसे फिलिस्तीनी परिवेश से अलग करना भी है।
फ़िलिस्तीनियों की मांग है कि 1967 में इज़रायल द्वारा कब्ज़ा किए गए सभी फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर इज़रायल के साथ एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना की जाए, जिसमें वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी भी शामिल है, जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम हो।
दक्षिण कोरिया का दावा, उत्तरी कोरिया ने संदिग्ध बैलेस्टिक मिसाइल दागी
सोल
दक्षिण कोरियाई सेना ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी सागर की ओर एक संदिग्ध लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी जासूसी विमान संचालन के खिलाफ प्योंगयांग के आरोपों के बाद उत्पन्न तनाव के बीच यह दावा किया गया है।
समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि उसने स्थारनीय समयानुसार सुबह करीब 10 बजे प्योंगयांग या उसके आसपास के क्षेत्र से प्रक्षेपण का पता लगाया है।
जेसीएस ने कहा, अपनी निगरानी और सतर्कता को मजबूत करते हुए, हमारी सेना संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ घनिष्ठ सहयोग में पूर्ण तत्परता बरत रही है।
उत्तर कोरिया ने इससे पहले लंबी दूरी की मिसाइल का अंतिम प्रक्षेपण 13 अप्रैल को किया था, जब उसने ह्वासोंग-18 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी जिसमें ठोस-ईंधन का इस्तेबमाल किया जाता है।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की शक्तिशाली बहन किम यो-जोंग ने तीखे बयान जारी कर दावा किया कि अमेरिकी सैन्य जासूसी विमान ने उत्तर के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में घुसपैठ की।
किम यो-जोंग ने चेतावनी दी कि उत्तर अपने आर्थिक जल क्षेत्र के भीतर अमेरिकी निगरानी उड़ानों के खिलाफ स्पष्ट और दृढ़ कार्रवाई करेगा जो एक चौंकाने वाली घटना हो सकती है।
दक्षिण कोरियाई सेना ने उनकी टिप्पणियों को खारिज कर दिया है और कहा है कि ईईजेड में नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता सुनिश्चित की गई है।
उत्तगर कोरिया की ओर से कथित मिसाइल लॉन्चिंग ऐसे समय में हुई है जब इस सप्ताह कई उच्चन स्ततरीय वैश्विक राजनयिक और सुरक्षा बैठकें हो रही हैं। इसमें लिथुआनिया में नाटो शिखर सम्मेलन और इंडोनेशिया में आसियान क्षेत्रीय मंच की बैठक शामिल हैं।
नाटो शिखर सम्मेलन में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल के अन्य नेताओं के साथ उत्तर कोरिया के सैन्य खतरों के खिलाफ सुरक्षा सहयोग पर चर्चा करने की उम्मीद है।