गोमूत्र विवाद पर बढ़े बवाल के बाद बैकफुट पर विपक्ष, DMK सांसद सेंथिलकुमार ने संसद में मांगी माफी
बेंगलूर
हिंदी भाषी राज्यों को गोमूत्र बेल्ट कहने वाले डीएमके सांसद एस. सेंथिलकुमार ने बुधवार को सदन में माफी मांग ली और अपने बयान पर खेद जताया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस पर जमकर हंगामा हुआ था और भाजपा सांसदों ने डीएमके सांसद के खिलाफ नारेबाजी की थी। सेंथिल तीन हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा की जीत का जिक्र पर तंज कसते हुए कहा था कि उसने गोमूत्र वाले राज्यों में जीत हासिल की है। इस मसले पर दक्षिण बनाम उत्तर की जंग छिड़ती दिख रही थी और भाजपा ने तो इसे लेकर कांग्रेस तक पर हमला बोल दिया था। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे देश और सनातन के खिलाफ बताते हुए माफी की मांग की। इसके चलते लोकसभा की कार्यवाही भी 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
फिर जब दोपहर 12 बजे के बाद सदन दोबारा शुरू हो तो सेंथिलकुमार ने माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि मैं अपने बयान को लेकर दुख जताता हूं और उसे वापस लेता हूं। उन्होंने कहा कि इसे संसद की कार्यवाही से भी हटा लेना चाहिए। इस पर स्पीकर ने कहा कि यह पहले ही बाहर हो चुका है और आपको माफी मांगनी चाहिए थी, जो आपने मांग ली है। दरअसल यह मसला दक्षिण बनाम उत्तर का रूप लेता जा रहा था। भाजपा ने तो इसे लेकर कांग्रेस को भी घेरना शुरू कर दिया था और कहा था कि यह भारत की संस्कृति, सनातन धर्म और देश का अपमान है।भाजपा के एक सांसद ने तो इसी बहाने राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अमेठी में हारने के बाद राहुल गांधी ने भी उत्तर और दक्षिण भारत को बांटने वाला बयान दिया था। दरअसल डीएमके के सेंथिलकुमार ने भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए संसद में कहा था कि वह हिंदी भाषी राज्यों में ही जीत सकती है, जिन्हें हम गोमूत्र राज्य कहते हैं।
कांग्रेस पर बचा उत्तर भारत का सिर्फ एक ही राज्य
उनका यह बयान चुनाव नतीजों के बाद उत्तर और दक्षिण में राजनीतिक ट्रेंड को लेकर छिड़ी बहस के बीच आया था। कांग्रेस ने दक्षिण के तेलंगाना में जीत हासिल की है, जबकि भाजपा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीती है। कांग्रेस की बात करें तो उसके पास उत्तर भारत में सिर्फ हिमाचल प्रदेश में ही सरकार है। इसके अलावा दक्षिण के कर्नाटक और तेलंगाना में वह सत्ता में है।