पुरानी कंपनी ही सितंबर तक देगी डायल 100 में सेवा
भोपाल.
डायल-100 का काम किस कंपनी को मिले, इसका मसला उलझने के चलते पुरानी ही कंपनी को फिलहाल तीन महीने तक काम संभालना होगा। इस कंपनी द्वारा डायल 100 में शामिल कई गाड़ियां कंडम हो चुकी है। अब सितंबर तक काम करने की अनुमति मिलने के बाद बीवीजी कंपनी इन खटारा गाड़ियों से बल पर डायल 100 सेवाएं चलेगी।
दरअसल मध्यप्रदेश पुलिस के सेंट्रलाइज कंट्रोल रूम डायल-100 के टेंडर की प्रक्रिया मार्च में शुरू हुई थी। यह टेंडर की पांचवीं बार प्रक्रिया हुई थी। इसके पूर्व चार बार हुई टेंडर प्रक्रिया में कंपनी का चयन हुआ। किन्हीं कारणों से टेंडर निरस्त हो गए। इस बार ईएमआरई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज का टेंडर था। जबकि बीवीजी दूसरे नंबर पर थी।
दूर संचार ने टेंडर मंजूर करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था। शासन उस पर कोई निर्णय करता, उसके पहले बीवीजी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया। कंपनी ने टेंडर में आपत्ति की है। हाईकोर्ट ने इस पर स्टे दे दिया। अब अगली सुनवाई तक मामला अधर में लटक गया है।
इसलिए देना होगा समय
बताया जाता है कि हाईकोर्ट में स्टे होने के चलते इस मामले में शासन भी कुछ नहीं कर सकता। लिहाजा बीवीजी कंपनी को अब सितंबर तक काम करने का कहा गया है। बीवीजी कंपनी को सातवीं बार एक्सटेंशन दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि टेंडर की प्रक्रिया और नए वाहन आने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। यदि कोर्ट का फैसला आया उसके बाद शासन ने तत्काल आगे की कार्यवाही शुरू की तो भी कंपनी को नए वाहनों के साथ आने में तीन महीने लगेंगे।
ढाई सौ से ज्यादा FRV कबाड़
डायल-100 में 1000 एफआरवी ड्यूटी में हैं। वर्तमान में मेंटेनेंस के अभाव में लगभग 25 प्रतिशत से ज्यादा एफआरवी कंडम हो चुकी है। यह गाड़ियां चलने की स्थिति में नहीं हैं। अब थानों से हटकर कंपनी यार्ड में खड़ा कर दिया गया है। इसके अलावा जो गाड़ियां चल रहीं है, उनकी स्थिति भी ठीक नहीं मानी जा रही है। कंपनी द्वारा किराए की गाड़ियां एफआरवी में इस्तेमाल की जा रहीं हैं।