जिसके जीवन में गुरु नहीं वहां प्राणी नेत्रहीन है: पंमोहितरामजी
भोपाल। सात समुंदर की स्याही बनकर भी गुरु गुण लिखा जाए तो भी कम पड़ जाता है क्योंकि गुरु एक शरीर नहीं संस्कार संस्कृति अज्ञानता का मूल नाश करने वाला सूर्य है इसलिए जीवन में गुरु होना अति आवश्यक है उक्त उद्गार गुरु पूर्णिमा महोत्सव के पावन अवसर पर धर्म रक्षक संत पंडित दुर्गा प्रसाद जी कटारे बाबा के सानिध्य में श्रीमाधव महाकाल आरोग आश्रम पर कथा व्यास परम गौभक्त क्रांतिकारी संत पंडित मोहितरामजी पाठक ने व्यक्त किए। प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी पूज्य संत धर्म रक्षक पूज्य संत पंडित दुर्गा प्रसाद जी कटारे बाबा के संचालन में एवं कथा व्यास परम गौभक्ति संत पंडित मोहितरामजी पाठक के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा अमृत महोत्सव श्रद्धालु गण शिष्य मंडल आश्रम परिवार द्वारा भव्य रूप से आश्रम परिवार द्वारा मनाया गया।
सर्वप्रथम गौ माता का पूजन कर भगवान का अभिषेक पूजन हवन के आशीर्वचन उपरांत गुरु दीक्षा समारोह एवं भंडारा प्रसादी प्रारंभ हुआ गुरु महिमा गुरु तत्व की महिमा एवं गुरु मंत्र से दीक्षित कर पर्यावरण अध्यात्म को बचाने के लिए देवीय पौधे बिल्व वृक्ष पौधे एवं आंवला के पौधे का वितरण श्री माधव महाकाल आरोग्य आश्रम परिवार द्वारा किया गया गुरु की भूमिका भारत में केवल आध्यात्म या धार्मिकता तक ही सीमित नहीं रही है, देश पर राजनीतिक विपदा आने पर गुरु ने देश को उचित सलाह देकर विपदा से उबारा भी है। अर्थात अनादिकाल से गुरु ने शिष्य का हर क्षेत्र में व्यापक एवं समग्रता से मार्गदर्शन किया है। अतः सद्गुरु की ऐसी महिमा के कारण उसका व्यक्तित्व माता-पिता से भी ऊपर संत कबीर कहते हैं।-‘हरि रूठे गुरु ठौर है, गुरु रूठे नहिं ठौर।अर्थात भगवान के रूठने पर तो गुरू की शरण रक्षा कर सकती है किंतु गुरू के रूठने पर कहीं भी शरण मिलना सम्भव नहीं है। जिसे ब्राह्मणों ने आचार्य, बौद्धों ने कल्याणमित्र, जैनों ने तीर्थंकर और मुनि, नाथों तथा वैष्णव संतों और बौद्ध सिद्धों ने उपास्य सद्गुरु कहा है उस श्री गुरू से उपनिषद् की तीनों अग्नियाँ भी थर-थर काँपती हैं। त्रोलोक्यपति भी गुरू का गुणनान करते है। ऐसे गुरू के रूठने पर कहीं भी ठौर नहीं। आज के इस पवित्र आयोजन में सीहोर विधायक सुदेश राय, वरिष्ठ समाज सेवी माधव महाकाल आश्रम के सूत्रधार श्री अखिलेश राय, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर, प्रांत सह मंत्री सुनील शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र मेवाड़ा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजीव गुजराती, पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल, किशोर कौशल, कमलेश कटारे, श्रीमती अरुणा सुरेश राय, श्रीमती अमित जसपाल अरोरा, श्रीमती प्रेमलता राठौर एवं बड़ी संख्या में आश्रम परिवार के वरिष्ठ सदस्य मातृशक्ति युवा साथी श्रद्धालु गण शिष्य मंडल उपस्थित रहे।