गेमिंग ऐप पर चला रहा था धर्मांतरण का खेल, एक गिरफ्तार
गाजियाबाद
12वीं कक्षा के एक छात्र और उसके दोस्त के धर्मांतरण के प्रयास में एक आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया गया। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि आरोपी की पहचान संजय नगर निवासी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी के रूप में हुई है। गेमिंग ऐप पर जो लोग जुड़ते थे, उन्हें धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता था। 30 मई को कविनगर थाने में 12वीं के एक छात्र के पिता ने केस दर्ज कराया था। उसी की जांच के बाद अब्दुल को गिरफ्तार किया गया। एक आरोपी बद्दो उर्फ शाहनवाज मकसूद अभी फरार है। उसकी लोकेशन मुंबई में मिली थी। बद्दो के बैंक खाते में देश के कई हिस्सों से रुपये जमा हुए थे। उसके बैंक खाते की 200 पेज की ट्रांजेक्शन की डिटेल जुटाई जा रही है।
डीसीपी ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला कि धर्मांतरण के आरोपी फ्रंट नाइट गेमिंग ऐप पर एक्टिव थे। वहां गेम खेलने वालों से पहले संपर्क करके गेम जिताने के लिए रुपये लिए जाते थे। बाद में धार्मिक चीजें पढ़ने पर फ्री में गेम का लेवल अपग्रेड करने का लालच दिया जाता। जो इसके लिए तैयार हो जाता, उनसे Discord नाम के ऐप से बातचीत शुरू करते। इस ऐप पर आरोपी पहचान छिपाकर बात करते और धर्मांतरण के लिए उकसाते और अपने धर्म के बारे में जानकारी देते। तीसरे चरण में विवादित धर्म उपदेशक जाकिर नाइक के विडियो और दूसरी सामग्री भेजी जाती थी। इसी दौरान पास के धार्मिक स्थल में जाने का दबाव भी बनाते थे। आरोपियों के निशाने पर 12 से 20 साल के युवा रहते थे। नन्नी पर आरोप है कि वह 12वीं के छात्र के साथ ही फरीदाबाद और चंडीगढ़ के युवकों को भी धार्मिक जानकारी दे रहा था। हालांकि उसका अभी मुंबई के नेटवर्क से संपर्क नहीं मिला है। किशोरों को ऑनलाइन धार्मिक सामग्री उपलब्ध कराने के साथ ही वर्कशॉप भी करता था। पुलिस बद्दो के साथ नन्नी के लिंक के बारे में जानकारी जुटा रही है।
नेटवर्क से जुड़े हैं कई लोग
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि बद्दो और नन्ने के नेटवर्क से कई और लोग भी जुड़े हैं। बद्दो के बैंक स्टेटमेंट में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। करीब 200 पेज के ट्रांजेक्शन की पुलिस अभी स्टडी कर रही है। देश के कई हिस्सों से उसमें लाखों रुपये का लेनदेन हुआ है। अब तक की जांच में पता चला कि गेम में लेवल अपग्रेड करने के नाम पर ये रुपये लिए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि लेनदेन के सभी सोर्स खंगालने के बाद ही रकम की पूरी जानकारी मिल सकेगी।