सावन मास के पहले सोमवार पर पंचक का साया, कैसे होगा व्रत और शिव पूजा? जान लें इसका तोड़
इस साल पहला सावन सोमवार 10 जुलाई को है. पहले सावन सोमवार के दिन सुकर्मा योग और रेवती नक्षत्र है. इस दिन शिववास गौरी के साथ है. उस दिन श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है. अष्टमी तिथि को रुद्रावतार काल भैरव की पूजा करते हैं. पहले सावन सोमवार के दिन पंचक लगा है. 10 जुलाई को पंचक सुबह 05 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ हो रहा है और शाम को 06 बजकर 59 मिनट तक रहेगा. फिर पंचक में सावन सोमवार का व्रत और शिव पूजा कैसे होगी? सावन सोमवार के शुभ मुहूर्त, शिव पूजा और रुद्राभिषेक समय के बारे में.
पहला सावन सोमवार 2023
पंचांग के अनुसार, 10 जुलाई को पहले सावन सोमवार को श्रावण अष्टमी तिथि सुबह से लेकर शाम 06:43 बजे तक है. उसके बाद नवमी तिथि होगी. दोपहर 12:34 बजे से सुकर्मा योग है, जो पूरी रात तक है. पंचक सुबह 05:30 बजे से शाम 06:59 बजे तक है. इस दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजित मुहूर्त 11:59 बजे से दोपहर 12:54 बजे तक है.
पंचक में कैसे होगा सावन सोमवार व्रत और पूजा?
ज्योतिषाचार्य भट्ट का कहना है कि पंचक या भद्रा में व्रत और पूजा पर कोई रोक नहीं होता है. वैसे भी भगवान शिव काल से परे हैं और वे महाकाल हैं. इसलिए उनकी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त भी नहीं देखा जाता है. आप किसी भी समय महादेव की पूजा कर सकते हैं. पहले सावन सोमवार को पंचक लगने से कोई समस्या नहीं है, आप निश्चिंत होकर व्रत और शिव पूजा करें. पंचक में दक्षिण की यात्रा समेत कुछ कार्य वर्जित होते हैं, वे न करें.
पहले सावन सोमवार के दिन का चौघड़िया मुहूर्त
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: सुबह 05:30 बजे से सुबह 07:14 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: सुबह 08:58 बजे से सुबह 10:42 बजे तक
चर-सामान्य मुहूर्त: दोपहर 02:10 बजे से दोपहर 03:54 बजे तक
लाभ-उन्नति मुहूर्त: दोपहर 03:54 बजे बजे से शाम 05:38 बजे तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: शाम 05:38 बजे से शाम 07:22 बजे तक
पहले सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक समय
पहले सावन सोमवार के दिन रुद्राभिषेक का संयोग बना है. उस दिन शिववास गौरी के साथ है. जब शिववास होता है, तभी रुद्राभिषेक किया जाता है. 10 जुलाई को रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 43 मिनट तक है.