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 वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ के मौके पर एयर फोर्स डे पर म‍िला नया झंडा 

नई दिल्ली 
 वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ के मौके पर आज भारतीय वायुसेना को नया झंडा मिल गया है, जिसके साथ ही यह दिन वायु सेना के इतिहास में ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज हो गया। इस तरह नौसेना के बाद वायु सेना को नया ध्वज मिल गया है। नौसेना ने भी पिछले वर्ष ही नया ध्वज अपनाया था। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने वायु सेना की 91 वीं वर्षगांठ के मौके पर यहां आयोजित भव्य समारोह में नये वायु सेना ध्वज का अनावरण किया। इस मौके पर वायु सेना की ताकत और मारक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए भव्य परेड निकाली गयी। मुख्य अतिथि एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय वायुसेना हर चुनौती का सामना करने के लिए हर समय तैयार है। 

भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा
वायु सेना अध्यक्ष चीफ एयर मार्शल वीआर चौधरी ने अपने संबोधन में कहा, '' पिछले नौ दशकों में भारतीय वायुसेना की ताकत लगातार बढी है और यह दुनिया की बेहतरीन वायु सेनाओं में से एक बन गई। उन्होंने सवाल किया , ‘‘ लेकिन क्या इतना काफी है? यदि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है, तो 2032 में जब हम 100 वर्ष पूरे करेंगे, तब तक भारतीय वायुसेना को सर्वोत्तम नहीं तो सर्वोत्तम में से एक होना चाहिए।''

उन्होंने कहा,  'हमने अग्निवीरों के पहले बैच और महिला अग्निवीरों सहित उसके बाद के बैचों को सफलतापूर्वक शामिल किया है। इस वर्ष भारतीय वायु सेना ने दुनिया भर में आठ सैन्य अभ्यास किए।'' भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, "हमें युद्ध लड़ने और जीतने के लिए जब भी आवश्यक हो, शांति बनाए रखने की गति निर्धारित करने वाली विकसित वायुशक्ति की बारीकियों को समझने की जरूरत है। नवाचार हमारे डीएनए का हिस्सा बनना चाहिए, जिससे हम उभरते खतरों और चुनौतियों से आसानी से निपट सकें।"

 उभरते खतरों के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और नौसेना तथा थल सेना प्रमुखों की मौजूदगी में वायु सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले नौ दशकों में भारतीय वायुसेना की ताकत लगातार बढी है और यह दुनिया की बेहतरीन वायु सेनाओं में से एक बन गई। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया में हमें सभी तरह की नई चुनौतियों से निपटने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमें अनुशासन, अखंडता की संस्कृति को बढ़ावा देना जारी रखना चाहिए और उभरते खतरों के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए। हमारे राष्ट्र की रक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता द्दढ़ है और हम अपने क्षेत्र की रक्षा करना, संभावित विरोधियों को रोकना और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जारी रखेंगे। भारतीय वायु सेना सिफर् एक सैन्य बल नहीं है, यह हमारे देश की सामूहिक शक्ति और द्दढ़ संकल्प का प्रतीक है।''

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