ग्वालियरमध्यप्रदेश

नग्न अवस्था में मिली मरणासन्न युवती, सामूहिक दुष्कर्म की आशंका, 9 लोगों पर FIR, SIT का गठन

 महोबा.

महोबा जिले के अजनर थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के मामले में बयान दर्ज कराने आई जनपद हरदोई की एक युवती नग्न अवस्था में सड़क किनारे अचेत मिली। युवती को अगवाकर नशीला पदार्थ खिलाकर गैंगरेप की आशंका जताई जा रही है। सूचना पर पुलिस ने युवती को गंभीर हालत में सीएचसी नौगांव पहुंचाया।

 अस्पताल में भर्ती युवती की शिकायत पर 9 आरोपियों पर किडनैपिंग, मारपीट और गैंगरेप की FIR दर्ज की गई है। आरोपियों में एक महिला भी है। SP ने कॉन्स्टेबल को निलंबित कर जांच के लिए SIT का गठन किया है।

युवती नौगांव-अलीपुरा नेशनल हाईवे-39 के‎ किनारे उत्तर प्रदेश की सीमा पर रखी एक गुमटी‎ के पीछे बुधवार सुबह मिली थी। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने‎ बताया कि घटनास्थल महोबा जिला (उत्तर प्रदेश)‎ होने के कारण महोबा पुलिस पहले युवती‎ को नौगांव सिविल अस्पताल ले गई। इसके‎ बाद हालात गंभीर होने पर जिला अस्पताल‎ लाया गया।

यहां से उसे छतरपुर अस्पताल रेफर किया गया। सूचना पर एसपी अपर्णा गुप्ता, सीओ हर्षिता गंगवार व थाना पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की। जानकारी के अनुसार, जनपद हरदोई निवासी युवती छतरपुर में रहकर प्राईवेट जॉब करती थी। एक माह पहले युवती ने छतरपुर में सिपाही के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था।

इसी मामले को लेकर बयान दर्ज कराने के लिए युवती छतरपुर आई थी। यहां से अज्ञात लोगों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर अगवा कर लिया और अचेत अवस्था में महोबा जिले के थाना अजनर के गांव चमरूआ के पास सड़क किनारे फेंक गए। लोगों ने युवती को बेहोशी की हालत में देखकर पुलिस को सूचना दी।

नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म की आशंका
लोगों ने युवती के शरीर पर कपड़ा डाला। इसके बाद में पहुंची पुलिस ने युवती को नजदीक के सीएचसी नौगांव पहुंचाया। यहां से डॉक्टर ने छतरपुर रेफर कर दिया। आशंका जताई जा रही है कि आरोपियों ने युवती को अगवाकर नशीला पदार्थ खिलाने के बाद गैंगरेप किया और मरणासन्न हालत में फेंककर फरार हो गए।

उच्चाधिकारियों ने किया मौके का निरीक्षण
उधर, पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता का कहना है कि मध्यप्रदेश बॉर्डर के थाना अजनर के धवर्रा चौकी के पास एक युवती के अचेत अवस्था में पड़े होने और कपड़े अस्त व्यस्त होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने युवती को समीप के सीएचसी में पहुंचाया। उच्चाधिकारियों द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया है।

युवती के बयान दर्ज कर होगी कार्रवाई
युवती के होश आने पर उसने बताया कि छतरपुर में उसने एक एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके संबंध में उसका आना छतरपुर हुआ था। एफआईआर से संबंधित आरोपियों ने उसे छतरपुर से अगवाकर कुछ पिला दिया। इससे वह अचेत हो गई। इस मामले में तहरीर प्राप्त होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित ने पुलिस को क्या बताया….

22 साल की पीड़िता उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की रहने वाली है। उसने बताया कि संजय तिवारी ने उसके साथ रेप किया था। इसकी शिकायत उसने महिला थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस के बुलाने पर वह 17 मार्च 2023 को छतरपुर आई थी। अगले दिन सुबह 9 बजे टीकमगढ़ चली गई। इसी दिन रात 9.30 बजे छतरपुर आई।

रेलवे स्टेशन से फोन पर बात करते हुए बाहर निकली। स्टेशन के बाहर जहां झंडा लगा है, उससे करीब 20 कदम आगे पहुंची, वहां अजय तिवारी ने फोन छीन लिया। उसके पीछे दौड़ी तो आगे संजय तिवारी, उसके मौसा, महेश, भाई महेंद्र व अन्य लोग मिले। आरोपी उसे कार में डालकर ले गए।

कॉन्स्टेबल निलंबित,‎ SIT गठित

SP अमित सांघी ने बताया‎ कि मामले में आरोपी बनाए‎ गए कॉन्स्टेबल संजय तिवारी पर केस दर्ज‎ हुआ है। कॉन्स्टेबल सहित 9 लोगों को‎ आरोपी बनाया गया है।‎ कॉन्स्टेबल का नाम सामने आने‎ पर उसको निलंबित कर दिया‎ है। साथ ही मामले की जांच‎ के लिए SIT गठित की‎ है, जिसमें महिला निरीक्षक,‎ सिविल लाइन थाना प्रभारी‎ सहित अन्य अधिकारियों को‎ शामिल किया है।

संजय तिवारी, मनीष और महेंद्र ने उसके साथ कई बार रेप किया। संजय के पिता ब्रजकिशोर तिवारी, चाचा शिवदयाल, बड़ी बहन संगीता व अन्य ने पुराना रेप केस वापस लेने का दबाव बनाया। सभी ने मारपीट की। 26 अप्रैल की सुबह 4 बजे संजय के पिता, बहन और चाचा एक कार से उसे हाईवे किनारे फेंककर चले गए। छोड़ने से पहले शीशी में बदबू वाली दवा भी पिलाई थी। इससे पहले रात में भी संजय, महेंद्र और मनीष ने रेप किया।

आरोपी बोले, षड्यंत्रकारी है युवती

गुरुवार को FIR होने के बाद आरोपी निलंबित कॉन्स्टेबल संजय तिवारी का परिवार छतरपुर पुलिस अधीक्षक के पास एक शिकायती आवेदन लेकर पहुंचा। कहा कि युवती षड्यंत्रकारी है। वह कई बार लोगों पर झूठे केस दर्ज करा चुकी है। संजय के रिश्तेदार दिलीप ने कहा कि रुपए ऐंठने के लिए उसने झूठा केस कराया है। 17 अप्रैल को वह संजय के पिता से रुपए की डिमांड करने उनके गांव खरों भी गई थी। तब उन्होंने थाने में शिकायत भी की थी। युवती ने हरदोई जिले में भी एक अन्य कॉन्स्टेबल सूरज प्रसाद पांडे पर रेप का केस कराया था। जांच में पुलिस ने इसे झूठा पाते हुए खात्मा लगा दिया था।

 

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