प्रदेश में मानसून फिर एक्टिव, बरगी डैम के 7, तवा बांध के 13 गेट खोले
भोपाल
बंगाल की खाड़ी से उठे मानसूनी सिस्टम की बारिश से मध्यप्रदेश तरबतर हो गया। भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा, रायसेन, बालाघाट समेत प्रदेश के 36 जिलों में शुक्रवार सुबह से बारिश शुरू हो गई। नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से जबलपुर में दोपहर 12 बजे बरगी डैम के 7 गेट खोलने पड़े। नर्मदापुरम में इस सीजन में पहली बार तवा डैम के सभी 13 गेट नौ-नौ फीट तक खोल दिए गए हैं। इससे नर्मदा तट के घाटों में 5 से 10 फीट तक पानी पहुंचेगा। वैनगंगा नदी उफान पर होने से संजय सरोवर बांध के 5 गेट खोल दिए गए हैं। प्रदेशभर में पांच से अधिक डैम के गेट खोल दिए गए हैं।
भारी बारिश के कारण परसवाड़ा के सलंगटोला में रोड धंस गई। इससे बालाघाट जिले का सिवनी से संपर्क टूट गया। जिले की महकारी नदी में उफान आने से ग्रामीण क्षेत्रों में 24 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए है। यहां होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी है। ग्रामीणों को ग्राम के सामुदायिक भवन और पंचायत भवनों में रखा गया है। यहां बोर्ड पैटर्न पर हो रही तिमाही परीक्षा का 15 सितंबर को होने वाला पेपर प्रशासन ने रद्द कर दिया है।
नर्मदापुरम: तवा डैम के 13 गेट 9 फीट तक खोले, नर्मदा में आएगी उफान
तवा के कैंचमेंट एरिए बैतूल-पचमढ़ी में बारिश की वजह से डैम में तेजी से पानी की आवक हो रही, जिससे शुक्रवार सुबह 10.30 बजे से तवा डैम के 5 गेट 5-5 फीट तक खोले गए। दोपहर 12 बजे 4 और गेट खोल दिए गए। दोपहर 1.30 बजे 9 गेट 8-8 फीट की ऊंचाई तक खोले गए हैं। 2 बजे सभी 13 गेट को 9-9 फीट की ऊंचाई तक खोल दिया गया। इससे करीब 2 लाख 681 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यह इस सीजन में पहली बार है जब तवा डैम के सभी 13 गेट खोलने पड़े।
रायसेन : एक घंटे तेज बारिश, सड़कों पर पानी भरा
शुक्रवार की सुबह से ही रायसेन जिले में तेज बारिश हो रही है। सुबह 6 से 7 बजे तक 1 घंटे तेज बारिश होने से शहर की मुख्य सड़कें जलमग्न हो गईं। इसके साथ ही निचले घरों में पानी भरा गया। सड़कों पर पानी जमा हो जाने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बैतूल: सतपुड़ा के 14 और पारसडोह बांध के 3 गेट खोलने पड़े
बैतूल में सुबह से बारिश हो रही है। सारणी में सतपुड़ा बांध क्षेत्र में शुक्रवार सुबह तक 51 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे बांध के 14 गेट खोलने पड़े। फिलहाल 7 गेटों से 11 फीट के लेवल पर खुले रखे गए हैं। इससे तवा नदी का जलस्तर बढ़ गया। वहीं, ताप्ती पर बने पारसडोह बांध के भी 3 गेट खोले गए हैं। पारसडोह बांध प्रभारी शिव कुमार नागले ने बताया कि इससे 294 क्यूमेक छोड़ा जा रहा है। बांध फुल टैंक लेवल में महज 15 सीएम बचा है। मुलताई में एक पुलिया पर पानी होने से जीवन बारंगे (50) नाम का शख्स नाले में बह गया। लोगों ने उसे तलाश किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। मुलताई के कई रहवासी इलाकों में पानी भर गया है।
छिंदवाड़ा: युवक नाले में बहा, माचागोरा डैम के 8 गेट खोले
छिंदवाड़ा में करीब 10 घंटे से तेज बारिश का दौर जारी है। नदी-नाले उफान पर हैं। पेंच प्रोजेक्ट के एसडीओ चौधरी ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से माचागोरा डैम के सभी 8 गेट खोले गए हैं। वहीं, सौंसर में बहने वाला नाला उफान पर होने से दिलीप नाम का एक युवक बह गया। पुलिस युवक की तलाश कर रही है। इनको 34% तक खोलकर 3800 क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा जा रहा है। पेंच नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से चांद क्षेत्र में अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में 30 इंच से ज्यादा बारिश
प्रदेश में औसत 30.76 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 34.91 इंच होनी चाहिए थी। जुलाई के बाद अगस्त में सूखा रहने से ओवरऑल बारिश का आंकड़ा 12% कम है। चूंकि, 24 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा। ऐसे में उम्मीद है कि ओवरऑल बारिश का आंकड़ा भी बढ़ जाएगा।