रायपुर
शहर में एक्टिवा वाले विधायक के बाद अब ई -रिक्शा वाले विधायक की चर्चा हो रही है। बात हम रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय की कर रहे हैं जो अपने क्षेत्र में जनता से भेंट मुलाकात के लिए वार्डों में ई- रिक्शा चलाते हुए स्वंय पहुंच रहे हैं। वैसे विकास अपने हर अंदाज के लिए पहचाने जाते हैं,जिसमें सबसे खास है रोज सुबह की उनकी दिनचर्या जिसमें वे कहीं भी पहुंच जाते हैं जिसमें खेल मैदान,चाय की गुमटी,अस्पताल,स्कूल कालेज,कथा सत्संग,जन्मदिन जैसे मौके शामिल हैं। कहीं आगजनी हो गई तो अग्निशमन दल के साथ स्वंय पाइप पकड़कर आग बुझाने तत्पर हो जाते हैं। सावन आ गया है तो शिव मंदिर के भक्ति सत्संग में पहुंच रहे हैं। दरअसल ई-रिक्शा आटो में सवार विधायक की तस्वीर को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंटरनेट मीडिया पर साझा किया है, जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।
पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करने के लिए विधायक उपाध्याय ने एक ई-रिक्शा फाइनेंस कराया है। वे ई रिक्शा से ही विधानसभा क्षेत्र में घुमकर लोगों की समस्याएं सुनते हैं। वे स्वयं आटो चलाते हैं।विधानसभा क्षेत्र भ्रमण करने के दौरान रास्ते में जरूरतमंद लोगों को बैठाकर उनके घर तक भी पहुंचाते हैं। विकास उपाध्याय का कहना है कि हो सकता है विपक्ष के लोगों को यह प्रोपेगंडा लगे,लेकिन इससे लोगों के बीच जाकर बातचीत करना आसान हो जाता है। गाडिय़ों से पहुंचने पर लोग पास आकर समस्या बताने में असहज महसूस करते हैं। लोगों की समस्याएं सुननी है तो सामान्य व्यक्ति की तरह जाना अच्छा रहता है।आमजनों के साथ रहकर ही उनके दुख दर्द और खुशी को समझा जा सकता है।
फिर याद कर रहे हैं कांवड़ यात्रा
पिछली बार की कांवड़ यात्रा याद है जब मूणत व उपाध्याय के कांवड़ यात्रा की लोग तुलना कर रहे थे कि संख्या बल में कौन भारी है? कमतर दोनों ही यात्रा लगभग बराबर थी. इस बीच मूणत के कांवड़ यात्रा का श्रीमती उपाध्याय ने मंच से न केवल फूल बरसाकर स्वागत किया,बल्कि भक्तों के लिए शीतल पेयजल की व्यवस्था भी की गई. यहां तक कि मूणत के आग्रह पर साथ में पैदल चलीं भी और पैर छू कर आर्शिवाद ले लिया। मतलब विकास खेमा फिर भारी पड़ गया। तैयारी इस बार भी चल रही है,चुनावी साल है इसलिए शक्ति प्रदर्शन करने में कुछ बाकी नहीं रखेंगे।