विधायक जीतू पटवारी विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित, कांग्रेस का हंगामा
भोपाल.
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें नियम 264 के तहत बजट सत्र से निलंबित कर दिया है. भारी हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. बता दें कि कांग्रेस विधायक को बजट सत्र से निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रखा था.वहीं, अध्यक्ष की तरफ से की गई कार्रवाई से नाराज कांग्रेस सदस्यों ने सदन मे हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद सदन की कार्रवाई शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हई। इसमें जीतू पटवारी ने चर्चा शुरू की। पटवारी ने अपने भाषण में कहा था कि प्रदेश से बाघ, शेर, घड़ियाल बाहर गए। बदले में छिपकली, बंदर, तोते लिए गए। इस पर सत्ता पक्ष की तरफ से ऐतराज जताया गया। सत्ता पक्ष की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मित्रा ने कहा कि पटवारी पर बार-बार सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि इससे पहले का मामला भी विशेषाधिकार समिति के पास है। मिश्रा ने पटवारी को बाकी सत्र के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। मिश्रा ने पटवारी को सदन के पटल पर तथ्य रखने की बात रखते हुए कहा कि बताए कब छिपकली लाई गई। इस पर पटवारी की तरफ से पटल पर जवाब रखते हुए कहा कि हमें विधानसभा के जवाब में जानकारी उपलब्ध कराई गई। इस पर सत्तापक्ष जवाब और तथ्यों से संतुष्ट नहीं हुआ और अध्यक्ष से पटवारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद सदन में जमकर नोकझोंक हुई। पूरे मामले की बहस के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी।
पटवारी ने यह लगाया आरोप
जीतू पटवारी ने रिलायंस ग्रुप को उपकृत करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने इंदौर के प्राणी संग्रहालय से 6 बाघ, 5 शेर, 8 घड़ियाल, 2 बंगाली लोमड़ी, एक हनी बेजर रिलायंस के जामनगर भेजा गया। जहां रिलायंस ग्रुप की बड़ी-बड़ी फैक्ट्री और अंबानी का घर है। ताकि वह इन जानवरों को बिहार सकें और हमारे प्रदेश को इन सबके एक्सचेंज में क्या मिला तोतो, विभिन्न प्रकार की चिड़ियां, छिपकलियां और बंदर। यह कैसा न्याय है।
निलंबित करने की कार्यवाही अलोकतांत्रिक
वहीं, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि जीतू पटवारी को निलंबित करना अलोकतांत्रित कदम है। विधानसभा अध्यक्ष को निलंबन पर पुनर्विचार करना चाहिए। एक तरफा निलंबन की कार्रवाई विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुकूल नहीं हैं।
कांग्रेस कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी
जीतू पटवारी को निलंबित करने पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी के दबाव में जीतू पटवारी को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सलाह-मशवरे के बाद कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगी।
बीजेपी करवा रही लोकतंत्र की हत्या
वहीं, कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र की हत्या करवा रही है। जीतू पटवारी को सीएम के इशारे पर निलंबित किया गया।